नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को पुणे मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को मंजूरी दे दी, जिसमें 12.75 किलोमीटर लंबे दो एलिवेटेड गलियारे शामिल हैं और इसे 3,626 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में पुणे मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण के अंतर्गत दो गलियारों – वनाज से चांदनी चौक और रामवाड़ी से वाघोली – को मंजूरी दी गई। ये गलियारे मौजूदा वनाज-रामवाड़ी गलियारे का विस्तार होंगे।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘‘ये दो एलिवेटेड गलियारे 12.75 किलोमीटर लंबे होंगे और इसमें 13 स्टेशन शामिल होंगे, जो चांदनी चौक, बावधन, कोथरुड, खराडी और वाघोली जैसे तेजी से विकसित हो रहे उपनगरों को जोड़ेंगे। परियोजना चार साल में पूरी होगी।’’
उन्होंने कहा कि परियोजना की अनुमानित लागत 3,626.24 करोड़ रुपये है, जिसे भारत सरकार, महाराष्ट्र सरकार और बाह्य द्विपक्षीय/बहुपक्षीय एजेंसियों द्वारा समान रूप से साझा किया जाएगा।
वैष्णव ने कहा, ‘‘यह रणनीतिक प्रस्ताव मौजूदा गलियारे का तार्किक विस्तार है और व्यापक गतिशीलता योजना (सीएमपी) के अनुरूप है, जिसमें पुणे में पूर्व-पश्चिम से सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए चांदनी चौक से वाघोली मेट्रो गलियारे तक एक सतत परियोजना की परिकल्पना की गई है।’’
मंत्री ने कहा कि इस विस्तार से प्रमुख आईटी केंद्रों, वाणिज्यिक क्षेत्रों, शैक्षणिक संस्थानों और आवासीय क्षेत्रों को बेहतर सेवा मिल सकेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘नए गलियारे जिला न्यायालय इंटरचेंज स्टेशन को लाइन-1 (निगडी-कात्रज) और लाइन-3 (हिंजेवाड़ी-जिला न्यायालय) के साथ एकीकृत करेंगे, जिससे शहर में निर्बाध यात्रा संभव हो सकेगी।’’
दीर्घकालिक गतिशीलता योजना के तहत, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों से आने वाली इंटरसिटी बस सेवाओं को चांदनी चौक से जोड़ा जाएगा, जबकि अहिल्या नगर और छत्रपति संभाजी नगर से आने वाली बसें वाघोली में जुड़ेंगी, जिससे यात्रियों को पुणे की मेट्रो प्रणाली तक आसानी से पहुंच मिल सकेगी।
इन गलियारों के पूरा होने के बाद, संपूर्ण लाइन-2 के लिए अनुमानित दैनिक सवारियों की संख्या 2027 में 0.96 लाख, 2037 में 2.01 लाख, 2047 में 2.87 लाख और 2057 में 3.49 लाख होने का अनुमान है।
भाषा शफीक माधव
माधव