इंदौर (मध्यप्रदेश), 25 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर की विरासत के अपमान का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा कि प्रमुख विपक्षी दल आंबेडकर के नाम पर महज वोट पाने के लिए ग्वालियर में बेशर्मी से नाटक कर रहा है।
उन्होंने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ के परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर इस शहर में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर निशाना साधते हुए यह बात कही।
यादव ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि आंबेडकर के जीते जी और उनके निधन के बाद भी कांग्रेस ने उन्हें कभी सम्मान नहीं दिया।
उन्होंने कहा,‘‘..लेकिन आज कांग्रेस के नेता आंबेडकर के नाम पर केवल वोट पाने के लिए ग्वालियर में बेशर्मी से नाटक कर रहे हैं। जनता सब जानती है और वह कांग्रेस के पाप भूली नहीं है।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस के नेताओं ने पहले इसके ‘सारे प्रबंध’ किए कि मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ के परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा न लग सके।
उन्होंने कहा, “और आज जब उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के सामने इस प्रतिमा का मामला पहुंच चुका है, तो कांग्रेस के नेता प्रदेश भर में तमाशा कर रहे हैं।”
यादव ने आपातकाल की 50वीं बरसी पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और कहा कि यह पार्टी हमेशा से संविधान का मखौल उड़ाती रही है। उन्होंने कहा,‘‘देश पर आपातकाल का कलंक कांग्रेस के शासनकाल में लगा था और लोकतंत्र को बंदी बना लिया गया था। इसके लिए कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व को जनता से क्षमा मांगनी चाहिए।’’
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल लगाया था। इस दौरान नागरिक अधिकारों को निलंबित करते हुए विपक्षी नेताओं और असंतुष्ट लोगों को जेल में बंद कर दिया गया था और प्रेस पर सेंसरशिप लागू की गई थी।
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