मुरादाबाद, 25 जून (भाषा) केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बुधवार को कहा कि पीतल नगरी के नाम से मशहूर मुरादाबाद को निर्यात ‘हब’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रसाद ने मुरादाबाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक में रेलवे, सड़क समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने और ‘वन स्टॉप सेंटर’ के तहत निर्यातकों की प्रशासनिक और तकनीकी जरूरतों को एक ही स्थान पर हल करने की व्यवस्था पर जोर दिया।
पिछले साल की तुलना में इस साल निर्यात कम होने पर चिंता जताते हुए प्रसाद ने कहा कि इसके लिए समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान किया जाएगा।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के कारण उत्पन्न समस्याओं के बारे में उन्होंने कहा कि इस मामले को आगामी जीएसटी परिषद की बैठक में उठाया जाएगा ताकि इसका स्थायी समाधान निकाला जा सके।
प्रदूषण नियंत्रण और नगर निगम संबंधी समस्याओं के संबंध में केंद्रीय मंत्री ने जिलाधिकारी अनुज सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए।
केंद्रीय मंत्री ने प्रेस वार्ता में कहा कि कारोबार बढ़ा है लेकिन कारीगरों की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हुआ है जिससे उनकी संख्या लगातार कम होती जा रही है।
उन्होंने कहा कि निर्यातकों के साथ कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘एक जिला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) के तहत कारीगर गांव बनाने के संबंध में प्रभावी कदम उठाने के लिए संयुक्त उद्योग आयुक्त को निर्देश दिए गए हैं।
पीतल और अन्य धातुओं से संबंधित शिल्पकला में मुरादाबाद का विश्व में महत्वपूर्ण स्थान है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन सरकार जरूरतमंदों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने और वैश्विक स्तर पर कारोबार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए निर्यातकों की आय को बढ़ाने के लिए संयुक्त रूप से प्रतिबद्ध है।
भाषा सं जफर अविनाश
अविनाश