(तस्वीरों के साथ)
गाजियाबाद, 26 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण होने के बाद अब ये मिसाइल दुनिया के लिए विश्वसनीय बन गई हैं।
योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मोस मिसाइल के लिए विभिन्न कलपुर्जों की आपूर्ति करने वाले उपक्रम सेंटर इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) के ईएसडीएस के साथ मिलकर स्थापित किए जाने वाले हरित डेटा सेंटर की आधारशिला रखते हुए यह बात कही।
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद में स्थित सीईएल परिसर में इस डेटा सेंटर की स्थापना लगभग 1,000 करोड़ रुपये के निवेश से की जाएगी। इसकी क्षमता 30 मेगावाट की होगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सेंटर इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) ब्रह्मोस मिसाइल के लिए विभिन्न कलपुर्जों की आपूर्ति करती है, जिनका उत्पादन रक्षा औद्योगिक गलियारे के लखनऊ क्षेत्र में किया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हमने आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। मुझे लगता है कि हम इन दोनों मिसाइल के बारे में कह सकते हैं कि इनका पाकिस्तान में परीक्षण किया गया और अब ये दुनिया के लिए विश्वसनीय बन गई हैं।”
उन्होंने कहा कि सीईएल इन मिसाइल के लिए रेडोम, रडार प्रणाली, स्पीड कंट्रोल प्रणाली के लिए कलपुर्जे और सिस्टम की आपूर्ति करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय सीईएल के भविष्य को लेकर अनिश्चितता थी, लेकिन अब यह ‘मिनी रत्न’ विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीईएल भारत में अपनी तरह का पहला डेटा सेंटर स्थापित कर रही है, जो उनकी क्षमता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को पिछले आठ वर्षों में 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें रक्षा इकाइयों के लिए 25,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आए हैं।
आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश का पहला डेटा सेंटर 2022 में शुरू हुआ था और अब राज्य में छह डेटा सेंटर हैं।
सीईएल-ईएसडीएस के डेटा सेंटर को 30 मेगावाट क्षमता और 40 जीबीपीएस कनेक्टिविटी के लिए डिजाइन किया गया है।
कार्यक्रम में एक अधिकारी ने कहा कि इस डेटा सेंटर की स्थापना में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का कुल निवेश होगा जो सेंटर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और ईएसडीएस द्वारा किया जाएगा।
ईएसडीएस जल्द ही अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लेकर आने वाली है।
आधारशिला कार्यक्रम में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह, राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री सुनील कुमार शर्मा और राज्य के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी शामिल हुए।
भाषा अनुराग प्रेम अजय
अजय
अजय