राजामहेंद्रवम, 26 जून (भाषा) केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बृहस्पतिवार को पूर्वी गोदावरी जिले के पुष्कर घाट पर अखंड गोदावरी परियोजना की आधारशिला रखी और इसे भविष्य का राष्ट्रीय प्रतीक करार दिया।
शेखावत ने कहा कि 95 करोड़ रुपये से अधिक की महत्वाकांक्षी इस ‘रिवरफ्रंट’ परियोजना का उद्देश्य गोदावरी तट को सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और विरासत से भरपूर पर्यटन स्थल में बदलना है।
शेखावत ने समारोह में कहा, “इसकी आधारशिला रखना खुशी की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पर्यटन में तेजी आई है। मजबूत नेतृत्व के साथ आंध्र प्रदेश आध्यात्मिक रूप से विकसित हो रहा है।”
एक बयान के मुताबिक परियोजना की एक प्रमुख विशेषता 1.2 किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग है, जो ऐतिहासिक हैवलॉक पुल के ऊपर बनाया जाएगा। इस मार्ग में कैफे, कला संस्थापनाएं और शहर की विरासत को दर्शाने वाला एक व्याख्या केंद्र शामिल होंगे।
शेखावत ने इस प्रभावशाली परियोजनाओं के प्रति प्रतिबद्धता और तेजी से पर्यटन-संचालित विकास के लिए केंद्र-राज्य समन्वय सुनिश्चित करने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण की भी सराहना की।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आगामी गोदावरी पुष्करालु महोत्सव से पहले इस परियोजना के पूरा होने की उम्मीद है, जिससे पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और आगंतुक बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।
शेखावत ने कहा कि भारत की वैश्विक पर्यटन हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है और आंध्र प्रदेश आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहा है।
इस बीच, आंध्र प्रदेश के पर्यटन मंत्री के. दुर्गेश ने कहा कि परियोजना के हिस्से के रूप में हैवलॉक पुल, पुष्कर घाट, कडियम नर्सरी, निदादावोलु किला, सत्तेम्मा मंदिर और गोदावरी नहर को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा। दुर्गेश ने कहा कि राज्य सरकार अंग्रेजों द्वारा निर्मित 127 वर्ष पुराने हैवलॉक पुल को पर्यटकों के लिए एक दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित करेगी।
भाषा जितेंद्र पवनेश
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