नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम), लखनऊ की एक रिपोर्ट के अनुसार अच्छा प्रशिक्षण और मार्गदर्शन, सहायक सरकारी नीतियां और आपूर्ति शृंखला से जुड़े डेटा को सुरक्षित रखना उन प्रमुख कारकों में शामिल हैं जो ‘सर्कुलर स्टार्टअप’ को सफल बनाने में मदद करते हैं।
सर्कुलर स्टार्टअप ऐसे व्यवसाय होते हैं, जिनमें शुरू से ही अपशिष्ट को कम करने, सामग्रियों का पुनः उपयोग करने तथा प्राकृतिक संसाधनों का कुशलतापूर्वक इस्तेमाल करने को ध्यान में रखा जाता है।
‘बिजनेस स्ट्रैटेजी एंड एनवॉयरमेंट’ जर्नल में प्रकाशित शोध में उन प्रमुख कारकों के बारे में जानकारी दी गई है जो ऐसे स्टार्टअप को सफल बनाने में मदद करते हैं।
संचालन एवं आपूर्ति शृंखला प्रबंधन के प्रोफेसर सुरेश जाखड़ के अनुसार, बढ़ते वैश्विक तापमान और तेजी से घटते प्राकृतिक संसाधनों को ध्यान में रखकर किया गया यह अध्ययन वृत्ताकार मॉडलों के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है जो अत्यंत महत्वपूर्ण हो गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अच्छा प्रशिक्षण और मार्गदर्शन, सहायक सरकारी नीतियां और आपूर्ति शृंखला से जुड़े डेटा को सुरक्षित रखना उन प्रमुख कारकों में शामिल हैं जो ‘सर्कुलर स्टार्टअप’ को सफल बनाने में मदद करते हैं।
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जोहेब वैभव
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