इलुरु (आंध्र प्रदेश), 27 जून (भाषा) आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाई एस शर्मिला ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि देश में 11 वर्षों से ‘अघोषित आपातकाल’ लागू है।
मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतांत्रिक संस्थाओं को पंगु बना दिया गया है, राष्ट्रीय संपत्ति को कॉरपोरेट घरानों के हाथों में सौंप दिया गया है और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दिया जा रहा है।
शर्मिला ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘1975 के आपातकाल की तुलना में यह (राजग शासन) बदतर है। आज लोग खुलकर बोलने से डरते हैं। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर (आईटी) और निर्वाचन आयोग (ईसी) सभी भाजपा के कब्जे में हैं।’’
शर्मिला ने भाजपा और उसके सहयोगियों – तेदेपा, जनसेना पार्टी – तथा विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पर पोलावरम परियोजना में कथित कटौती पर चुप्पी साधने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पोलावरम परियोजना, जिसे कभी जीवन को बेहतर बनाने के लिए बनाया गया था, उसे ‘‘मात्र बांध’’ बना दिया गया है और इस परियोजना के प्रभावित परिवारों को पुनर्वास और पुनर्स्थापन लाभ के रूप में 80,000 करोड़ रुपये देने से भी कथित तौर पर इनकार कर दिया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी भी सांसद ने इस मुद्दे को संसद में उठाने की हिम्मत नहीं दिखाई। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी की ‘डबल इंजन’ वाली सरकार राज्य पर ऋण का बोझ डालती है, लेकिन अनुदान नहीं देती।
शर्मिला ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी योग की बात करते हैं, लेकिन जनता की समस्याओं को अनदेखा करते हैं। उन्होंने अभी तक मणिपुर का दौरा नहीं किया है। क्या यह आपातकाल नहीं है?’’
भाषा शफीक मनीषा
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