छत्रपति संभाजीनगर, 27 जून (भाषा)महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में पुलिस ने शिवसेना सांसद संदीपन भूमरे के वाहन चालक से उसके इस दावे के बारे में पूछताछ की कि हैदराबाद के सालार जंग परिवार के वंशज ने यहां 150 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की तीन एकड़ जमीन बतौर उपहार उसे दी थी।
शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने परभणी के वकील मुजाहिद इकबाल खान द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर वाहन चालक के दावे की जांच शुरू की है।
सालार जंग ने 1850 के दशक से तीन दशकों तक हैदराबाद के निजाम के ‘दीवान’ (प्रधानमंत्री) के रूप में कार्य किया था।
मुजाहिद ने शिकायत में कहा कि सालार जंग परिवार के वंशज मीर महमूद अली खान ने 2015 में उनसे संपर्क किया और कहा कि वह छत्रपति संभाजीनगर में जालना रोड पर स्थित अपने परिवार की नौ एकड़ जमीन नाम कराना चाहते हैं।
शिकायतकर्ता के मुताबिक मुजाहिद ने उनसे अनुरोध किया कि वह इस संबंध में मुकदमा लड़े क्योंकि उनके पास इसके लिए पर्याप्त धन नहीं है।
मुजाहिद ने बताया कि मीर महमूद ने उन्हें तीन एकड़ जमीन देने का वादा किया था। उन्होंने बताया कि इस तीन एकड़ जमीन के लिए जनवरी 2015 में पांच लाख रुपये में समझौता हुआ था।
शिकायतकर्ता के मुताबिक वह कई बार हैदराबाद गया और जब भी जरूरत पड़ी, उसने मीर महमूद अली को पैसे भी दिए। मीर महमूद ने मुजाहिद के लिए एक अपरिवर्तनीय सामान्य पावर ऑफ अटॉर्नी भी बनाई और उसे पंजीकृत भी करवाया। नौ एकड़ जमीन से जुड़ा मामला कई स्तरों पर लड़ा गया और आखिरकार मीर महमूद ने जीत हासिल की। प्रॉपर्टी कार्ड पर उसका नाम आने के बाद उसने मुजाहिद से कहा कि वह जिसे चाहे जमीन बेच दे और उसे 50 लाख रुपये दे दे।
बाद में जब शिकायतकर्ता एक बार उस जगह गया तो वहां मौजूद जावेद रसूल शेख नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि वह राज्य के तत्कालीन मंत्री संदीपन भूमरे का चालक है और तीन एकड़ जमीन उसे सालार जंग के वंशजों ने फरवरी 2023 में ‘हिबानामा’ (उपहार विलेख) के माध्यम से दी है।
संदीपन भूमरे छत्रपति संभाजीनगर (तत्कालीन औरंगाबाद) लोकसभा सीट से सांसद हैं जबकि उनके बेटे विलास पैठन विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
विलास भूमरे ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘वह व्यक्ति (जावेद) वर्तमान में मेरा वाहन चालक है…मुझे नहीं पता कि वह अपने निजी जीवन में क्या करता है। मैं राजनीति में हूं, इसलिए हमारे खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं। उसके पास कौन सी जमीन है और उसे किस तरह का हिबानामा मिला है, इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है।’’
ईओडब्ल्यू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें इस संबंध में तीन महीने पहले शिकायत मिली थी। हमने भूमरे के वाहन चालक (जावेद) और मीर महमूद से दस्तावेज मांगे हैं। वाहन चालक ने अब तक दस्तावेज जमा नहीं किए हैं और मीर महमूद भी स्वास्थ्य कारणों से नहीं आ सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने जावेद से पूछताछ की है और उसके दावे की जांच जारी है।’’
भाषा धीरज नरेश
नरेश