जम्मू, 28 जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर में उधमपुर के एक जंगली इलाके में पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादियों की धर-पकड़ के लिए तलाशी अभियान शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा और इस सिलसिले में हवाई निगरानी भी बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम द्वारा घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकवादी मारा गया था, जबकि उसके तीन साथी बसंतगढ़ क्षेत्र के वन में ही हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बहुस्तरीय घेराबंदी को मजबूत करते हुए खोज अभियान शनिवार सुबह ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से फिर से शुरू हुआ और इस अभियान की कमान संयुक्त अभियान समूह के हाथों में है।
उन्होंने बताया कि समूह के शेष आतंकवादियों के खात्मे के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की मदद से घेराबंदी को और मजबूत किया गया है।
पुलिस महानिरीक्षक भीम सेन टूटी ने बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा घेर लिये गये क्षेत्र में आतंकवादियों के अब भी मौजूद होने की सूचना है।
उन्होंने बताया कि चार आतंकवादियों में से एक मारा गया है जो इस समूह का कमांडर था।
इस समूह पर एक वर्ष से अधिक समय से नजर रखी जा रही थी।
इस समूह के जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े दो आतंकवादियों को पिछले वर्ष सितंबर में बसंतगढ़ में मार गिराया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह बसंतगढ़ के सुदूर बिहाली इलाके में सेना और पुलिस के संयुक्त तलाशी दल से चारों आतंकवादियों का सामना हुआ।
उन्होंने कहा कि चारों आतंकवादी करूर नाले के पास छिपे पाए गए और सेना के पैरा कमांडो के नेतृत्व में संयुक्त तलाशी दल ने उन्हें घेर लिया, जिसके परिणामस्वरूप मुठभेड़ हुई।
अधिकारियों ने कहा कि मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी की पहचान हैदर के रूप में हुई है, जिसका छद्म नाम मौलवी था और वह पाकिस्तान का रहने वाला था।
उन्होंने बताया कि स्थानीय मददकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू) की मदद से वे जंगलों से एक इलाके से दूसरे इलाके में जा रहे हैं तथा प्राकृतिक गुफाओं का इस्तेमाल छिपने के लिए कर रहे हैं।
पिछले कई महीनों में इस क्षेत्र में आतंकवादियों को भोजन और आश्रय प्रदान करने के आरोप में पांच ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार किया गया है।
भाषा जितेंद्र राजकुमार
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