काकीनाडा (आंध्र प्रदेश), 28 जून (भाषा) आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाई एस शर्मिला ने शनिवार को तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) नीत सरकार पर ‘अन्नदाता सुखी भव’ योजना के लिए पात्र लाभार्थियों की संख्या में भारी कटौती करने का आरोप लगाया।
इस योजना के तहत किसानों को 20,000 रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता देने का वादा किया गया है।
‘अन्नदाता सुखी भव’ 2024 के आम चुनावों से पहले मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा घोषित ‘सुपर सिक्स’ योजनाओं का हिस्सा है।
शर्मिला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सुपर सिक्स अब ‘सुपर फ्लॉप’ बन चुकी है। ‘अन्नदाता सुखी भव’ अब किसानों के लिए दुखद योजना बन चुकी है। राज्य में करीब 93 लाख किसान हैं, लेकिन पात्रता के नाम पर उनमें से आधे को योजना से बाहर कर दिया गया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार इस योजना का लाभ केवल 47 लाख किसानों तक ही सीमित रखना चाहती है, और करीब 43 लाख किसानों को बाहर कर दिया गया है।’’
शुक्रवार को कृषि निदेशक दिली राव ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि ‘अन्नदाता सुखी भव’ के लिए पात्र 98 प्रतिशत किसानों ने अपना ई-केवाईसी (सत्यापन) पूरा कर लिया है और 47.7 लाख किसानों की पहचान पात्र लाभार्थियों के रूप में की गई है।
राव ने कहा, ‘‘इस आंकड़े को ‘अन्नदाता सुखी भव’ पोर्टल के माध्यम से गांव स्तर पर सत्यापित किया गया और राज्य स्तर पर मान्य किया गया। परिणामस्वरूप, 47.77 लाख किसान परिवारों की पहचान पात्र लाभार्थियों के रूप में की गई है।’’
भाषा योगेश शफीक
शफीक