जालना, 28 जून (भाषा) भाजपा विधायक एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बबनराव लोणीकर एक बार फिर विवाद में घिर गए हैं और अपनी आलोचना होने के बाद उन्होंने कहा कि वह ‘‘100 बार’’ माफी मांगने के लिए तैयार हैं।
नया विवाद उस वक्त शुरू हुआ, जब लोणीकर ने जालना जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र परतुर में किसानों की एक सभा में कहा कि ‘‘जो लोग उनकी पार्टी और सरकार की आलोचना करते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें कपड़े, जूते, मोबाइल, योजनाओं का आर्थिक लाभ और बुवाई के लिए पैसा हमारी वजह से मिल रहा है।’’
अपने इस बयान के कारण तीखी आलोचना के बाद, पूर्व मंत्री ने कहा कि वह ‘‘100 बार’’ माफी मांगने के लिए तैयार हैं।
इसके पहले भी लोणीकर कई बार विवादों में रहे हैं। फरवरी 2020 में, लोणीकर कथित तौर पर एक सार्वजनिक कार्यक्रम में स्थानीय तहसीलदार को ‘‘हीरोइन’’ कहने को लेकर विवादों में घिर गए थे।
उन्होंने कहा था, ‘‘सरकार की मदद से हम मराठवाड़ा में 25,000 से 50,000 लोगों की सबसे बड़ी रैली आयोजित कर सकते हैं। अगर जिला परिषद और पंचायत समिति के सदस्य सहमत हों तो हम देवेंद्र फडणवीस, चंद्रकांत पाटिल और सुधीर मुनगंटीवार को भी बुला सकते हैं। आप नाम बताइए, यहां तक कि हीरोइन भी बुला सकते हैं। यदि नहीं, तो हमारे पास हीरोइन जैसी दिखने वाली हमारी तहसीलदार मैडम हैं।’’
उन्होंने महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) के एक इंजीनियर के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार भी किया था, जब छत्रपति संभाजीनगर में उनके बंगले की बिजली आपूर्ति कथित तौर पर बकाये का भुगतान नहीं किये जाने के कारण काट दी गई थी। बातचीत का एक लीक हुआ ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था।
उन्होंने अधिकारी को आयकर छापे की कथित तौर पर धमकी दी और पूछा था कि झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों में बिजली क्यों नहीं काटी जा रही है, जहां उनके अनुसार लोग बिजली चोरी कर रहे हैं।
अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर उन पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया था।
नवंबर 2020 की एक अन्य ऑडियो क्लिप में, लोणीकर को एक गुटखा व्यापारी पर छापेमारी के बाद परतुर पुलिस थाना में एक परिवीक्षाधीन आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी और अन्य अधिकारियों को कथित तौर पर डांटते हुए सुना गया था।
दिसंबर 2023 में लोणीकर ने राकांपा नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे को कथित तौर पर अपशब्द कहे थे। केंद्रीय जिला सहकारी बैंक चुनावों को लेकर कथित असहमति के कारण यह घटना हुई थी।
नवंबर 2024 में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, लोणीकर ने कहा था कि मराठा समुदाय की ताकत ‘‘उंगलियों पर गिनी जा सकती है।’’
इस टिप्पणी को लेकर मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और लोणीकर पर समुदाय के सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव को कमतर आंकने का आरोप लगाया।
भाषा सुभाष दिलीप
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