रायपुर, 28 जून (भाषा) छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में 100 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक ‘एजुकेशन सिटी’ का निर्माण किया जाएगा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर शहर को शिक्षा के आधुनिक केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में यह पहल की जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर बिलासपुर में एजुकेशन सिटी की अवधारणा विकसित की गई है। इस परियोजना के लिए बिलासपुर नगरपालिका निगम की लगभग 13 एकड़ जमीन का उपयोग प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि बिलासपुर एजुकेशन सिटी में नालंदा परिसर की स्थापना की जाएगी, जहां पांच सौ छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पुस्तकालय का लाभ ले सकेंगे। इसके साथ ही तीन बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया जाएगा, जिनमें कुल 48 हॉल सेटअप (एक सेटअप में एक हॉल, दो कक्ष और एक शौचालय) तैयार किए जाएंगे। इस व्यवस्था में एक साथ 4,800 विद्यार्थियों के कक्षा में बैठकर पढ़ाई करने की सुविधा रहेगी।
अधिकारियों ने बताया कि छात्रों के शैक्षणिक और व्यक्तित्व विकास के लिए 700 सीटों वाले आधुनिक सभागार का निर्माण भी किया जाएगा। वहीं, बाहर से आने वाले लगभग एक हजार विद्यार्थियों के लिए छात्रावास का निर्माण भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि खेलकूद और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एजुकेशन सिटी में एस्ट्रोटर्फ खेल मैदान तथा गार्डन भी विकसित किए जाएंगे। साथ ही, वाहनों के लिए बहुस्तरीय पार्किंग की व्यवस्था होगी जिससे आने-जाने में कोई असुविधा न हो।
अधिकारियों ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत करीब 100 करोड़ रुपये होगी और इसके निर्माण कार्य की कार्य योजना नगरपालिका निगम बिलासपुर द्वारा तैयार कर ली गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि राज्य गठन के बाद बिलासपुर शहर ने शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति की है। बिलासपुर में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) का मुख्यालय और रेलवे का डीआरएम कार्यालय भी स्थित है, जिससे यह शहर न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है। यहां एक केंद्रीय विश्वविद्यालय, दो विश्वविद्यालय, आठ महाविद्यालय, लोक सेवा आयोग, व्यापम और जेईई जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले 100 से अधिक कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे हैं, जिनमें राज्य के 50 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, ”छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में स्थान देती है। हमारी यह अटल प्रतिबद्धता है कि प्रदेश का प्रत्येक विद्यार्थी आधुनिक संसाधनों, उन्नत सुविधाओं और प्रेरक वातावरण में अपनी क्षमताओं को संवार सके और आत्मविश्वास के साथ अपने सपनों को साकार कर सके। बिलासपुर एजुकेशन सिटी का निर्माण इसी दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यह न सिर्फ बिलासपुर को छत्तीसगढ़ का शिक्षा का केंद्र बनाएगा, बल्कि प्रदेश के हजारों युवाओं को उच्चस्तरीय सुविधाओं में अध्ययन और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का अवसर देगा।”
उन्होंने कहा, ”मुझे विश्वास है कि यह परियोजना आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ के शैक्षणिक परिदृश्य को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी और हमारे युवाओं को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करेगी।”
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