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Sunday, June 29, 2025

थाईलैंड के प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर बैंकॉक में प्रदर्शन

Newsथाईलैंड के प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर बैंकॉक में प्रदर्शन

बैंकॉक, 28 जून (एपी) थाईलैंड की राजधानी में शनिवार को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनावात्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर एकत्र हुए। यह प्रदर्शन शिनावात्रा और कंबोडिया के पूर्व प्रधानमंत्री हुन सेन के बीच फोन पर हुई बातचीत के लीक होने के बाद पैदा हुई राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हो रहा है।

कंबोडिया के साथ 28 मई को हुए सीमा विवाद में सशस्त्र टकराव के बाद पैतोंगतार्न के प्रति असंतोष बढ़ गया है। कंबोडिया के एक सैनिक की विवादग्रस्त क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी।

इस मामले से निपटने के शिनावात्रा के तौर तरीकों पर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में थाईलैंड में जांच शुरू हो गई है जिसके परिणामस्वरूप शिनावात्रा को पद से हटाया जा सकता है।

दरअसल शिनावात्रा की क्षेत्रीय सेना कमांडर के प्रति टिप्पणियां और सीमा पर तनाव कम करने के लिए कंबोडियाई सीनेट के अध्यक्ष हुन सेन की कथित खुशामद के प्रयासों को लेकर लोगों में रोष है।

प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय ध्वज और बैनर थामे हुए थे और वे मध्य बैंकॉक में विजय स्मारक के आसपास की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रवादी भावना से ओतप्रोत गीत गाए और नारे लगाए।

सूरत थानी प्रांत के 47 वर्षीय गाइड तचाकोर्न श्रीसुवान ने कहा कि वह लीक बातचीत के मद्देनजर शिनावात्रा के इस्तीफे की मांग करने के लिए बैंकॉक पहुंचे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास कभी भी ऐसा कमजोर प्रधानमंत्री नहीं रहा। हम किसी पर आक्रमण नहीं करना चाहते, लेकिन हम यह कहना चाहते हैं कि हम थाई नागरिक हैं और हम थाईलैंड की संप्रभुता की रक्षा करना चाहते हैं।’’

विरोध प्रदर्शन में शामिल कई लोग ‘येलो शर्ट्स’ के नाम से मशहूर उस समूह के जाने-पहचाने चेहरे हैं जिनके कपड़ों का रंग थाई राजशाही के प्रति निष्ठा दर्शाता है।

यह समूह शिनावात्रा के पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा का प्रमुख विरोधी रहा है। थाकसिन शिनावात्रा के भी हुन सेन से करीबी संबंध रहे हैं।

हुन सेन ने शनिवार को अपने देश की भूमि को विदेशी आक्रमणकारियों से बचाने की शपथ ली और कहा कि थाई सेना की कार्रवाई कंबोडिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का गंभीर उल्लंघन है। हालांकि उनका देश सीमा मुद्दे को सुलझाने के लिए सद्भावनापूर्ण प्रयास कर रहा है।

दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय विवादों का एक लंबा इतिहास है।

वहीं शिनावात्रा ने अपने बचाव में कहा, ‘‘ फोन कॉल से यह स्पष्ट हो गया कि मुझे इससे कोई लाभ नहीं मिलना था और मैंने देश को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।’’

एपी शोभना अविनाश

अविनाश

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