लखनऊ, 28 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस उपनिरीक्षक द्वारा भारतीय सेना के एक अधिकारी पर हमला करने के आरोपों की जांच शुरू कर दी गयी है। अधिकारियों ने शनिवार को इसकी पुष्टि की।
सेना ने अपने अधिकारी के साथ हुई इस घटना की कड़ी निंदा की और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने लखनऊ पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर इस संबंध में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।
भारतीय सेना की लखनऊ स्थित सूर्या कमान ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर कहा, ‘सेवारत सेना अधिकारी के खिलाफ लखनऊ में दुर्व्यवहार के मामले की अत्यंत गंभीरता से जांच की जा रही है। तत्काल प्राथमिकी दर्ज की गई है और सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है।’
पोस्ट में आगे कहा गया कि मध्य उत्तर प्रदेश सब एरिया (एमयूपीएसए) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल सलिल सेठ ने स्टेशन कमांडर के साथ लखनऊ पुलिस आयुक्त अमरेंद्र के सेंगर से मुलाकात कर त्वरित और निष्पक्ष जांच के लिए दबाव बनाया।
पोस्ट के अंत में कहा गया, ‘भारतीय सेना अपने कर्मियों के साथ दृढ़ता से खड़ी है तथा त्वरित और अनुकरणीय कार्रवाई की उम्मीद करती है।’
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह कथित हमला 22 जून को पीजीआई थाना क्षेत्र में लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद प्रकाश सुमन पर किया गया।
लेफ्टिनेंट कर्नल सुमन वर्तमान में पटना में बिहार एवं झारखंड एनसीसी निदेशालय में तैनात हैं। उन्होंने मामले में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि तेलीबाग चौराहे पर पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीजीआई) की ओर कार से जाते समय सड़क पर गलत दिशा में गाड़ी चला रहे एक पुलिसकर्मी ने उनके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और जैसे ही उन्होंने अपनी कार की खिड़की खोली, उन्हें थप्पड़ मार दिया।
लेफ्टिनेंट कर्नल सुमन की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 281 (तेज गति से या लापरवाही से गाड़ी चलाना), 125 (ए) (दूसरों की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना), 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया।
सहायक पुलिस आयुक्त (पूर्व) ऋषभ रनवाल ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मामले की जांच सक्रिय रूप से चल रही है।
एसीपी ने विस्तृत जांच का आश्वासन देते हुए कहा, ‘घटना की प्राथमिकता के आधार पर जांच की जा रही है और मामले के सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। जांच के निष्कर्षों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।’
भाषा
चंदन, आनन्द, रवि कांत
रवि कांत