नयी दिल्ली, 28 जून (भाषा) आतंकवाद से निपटने में देश के ‘न्यू नॉर्मल’ को रेखांकित करते हुए रक्षा सचिव आर के सिंह ने शनिवार को कहा कि ‘‘दशकों से चली आ रही सहनशीलता की नीति’ समाप्त हो चुकी है और भारत द्वारा तय किए गए समय और स्थान पर आतंकवादियों पर कड़ा प्रहार किया जाएगा।
यहां एक कार्यक्रम में बातचीत के दौरान सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ‘उन्हें (आतंकवादियों को) अपनी संपत्ति मानता है’ और जब उन पर हमला हो गया तो उनके लिए शोक मना रहा है।
वह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकी ढांचे पर हमलों में मारे गए कुछ लोगों के अंतिम संस्कार में कई पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों की उपस्थिति का हवाला दे रहे थे।
सिंह ने कहा, ‘‘इससे हमारे इस आकलन की पुष्टि पुष्टि होती है कि इन लोगों को जानबूझकर भारत में सीमा पार आतंकवाद के लिए देश नीति के एक साधन के रूप में तैयार किया जा रहा है।’’
रक्षा सचिव से भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में चार दिनों तक चले सैन्य टकराव के दौरान घटनाक्रम के बारे में पूछा गया था, जिसे अंततः 10 मई को दोनों पक्षों के बीच सहमति होने के बाद रोक दिया गया था।
एक प्रश्न के उत्तर में सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य पक्ष नौ मई को आगे आया और उसने ‘‘डीजीएमओ से बात करने की मांग की, जबकि उसने पहले इससे इनकार कर दिया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और उस समय यह स्पष्ट था कि वे अनिवार्य रूप से आत्मसमर्पण करने की प्रक्रिया में थे। और यह नौ मई की सुबह की बात थी। इसलिए घोषणा (10 मई को) किये जाने से पहले ही हम सभी जानते थे कि ऐसा होने वाला है। और यही हुआ। डीजीएमओ ने बात की और उन्होंने अनिवार्य रूप से संघर्षविराम की मांग की।’’
रक्षा सचिव ‘सीएनएन न्यूज 18 टाउन हॉल: द डिफेंस एडिशन’ में आयोजित एक सत्र में बोल रहे थे।
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के प्रतिशोध में छह मई की देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया तथा पाकिस्तान एवं उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में कई आतंकी-बुनियादी ढांचे वाले स्थलों पर सटीक हमले किए।
पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया, जिसके बाद भारत ने भी उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई की और नूर खान तथा रहीम यार खान ठिकानों सहित पड़ोसी देश के कई प्रमुख हवाई ठिकानों को नुकसान पहुंचाया।
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह निर्णय लिया गया है कि लोग अब उन्हें (आतंकवादियों को) ‘समय और स्थान चुनने की अनुमति नहीं देंगे।’’
रक्षा सचिव ने कहा, ‘‘हां, उनके पास हमेशा आश्चर्यचकित कर देने की गुजाइंश होगी – हमला करने, कुछ निर्दोष लक्ष्यों, आसान लक्ष्यों को खोजने के मामले में। इरादा यह है कि उसके बाद, उन्हें पता होना चाहिए कि हम जवाब देंगे, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होना चाहिए कि (जवाबी कार्रवाई) कैसे (होगी) और (उसका) समय और स्थान क्या होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और परमाणु छत्र हमें रोकने वाला नहीं है।’’
भाषा राजकुमार संतोष
संतोष