नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा) कृषि मशीनरी और निर्माण उपकरण कंपनी एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड भारतीय ट्रैक्टर बाजार में दूसरे नंबर की कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
एस्कॉर्ट्स कुबोटा के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि कंपनी अपनी लागत दक्षता और जापानी भागीदार की प्रौद्योगिकी और गुणवत्ता की ताकत के संयोजन से यह लक्ष्य हासिल करना चाहती है।
एस्कॉर्ट्स कुबोटा लिमिटेड (ईकेएल) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक निखिल नंदा और उप-प्रबंध निदेशक सेजी फुकुओका ने पीटीआई-भाषा के साथ संयुक्त साक्षात्कार कहा कि कंपनी 2031 तक के लिए एक मध्यावधि योजना (एमटीपी) को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रही है। इस योजना के तहत कई उत्पादों को उतारने की तैयारी है।
नंदा ने आगे की राह के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘अगले चार से पांच साल में तीन ब्रांड – फार्मट्रैक, पावरट्रैक और कुबोटा – के बीच सफलता नए उत्पादों से मिलेगी, जिन्हें हम पेश करने जा रहे हैं। बहुत सारा काम हो चुका है, और अब से लेकर अगले पांच साल के बीच बहुत सारे उत्पाद लाइन पेश करने की योजना है…।’’
उन्होंने अधिक ब्योरा दिए बिना कहा कि ये उत्पाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए हैं। इसके अलावा ये उत्पाद निर्माण कारोबार के लिए भी हैं।
नंदा ने कहा, ‘‘उत्पाद योजना, नवोन्मेषण और विकास उस तरह की वृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं, जिसकी हम कल्पना कर रहे हैं।’’ कंपनी की वृद्धि की महत्वाकांक्षाओं के बारे में पूछे जाने पर फुकुओका ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में, हमारा पहला लक्ष्य दूसरे स्थान पर पहुंचना होगा। वर्तमान में, हमारी बाजार हिस्सेदारी 12 से 13 प्रतिशत के बीच है।’’
उन्होंने कहा कि एस्कॉर्ट्स कुबोटा फिलहाल भारतीय ट्रैक्टर बाजार में काफी पीछे चौथे स्थान पर है। वर्तमान में महिंद्रा-स्वराज लगभग 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर हैं। ट्रैक्टर बाजार की शीर्ष तीन कंपनियों में टैफे और सोनालिका अन्य खिलाड़ी हैं।
वाहन डीलर संघों के महासंघ (फाडा) के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में ट्रैक्टर की खुदरा बिक्री 8,83,095 इकाई रही है, जबकि इससे पिछीले वित्त वर्ष में यह 8,92,410 इकाई थी।
हालांकि, कंपनी ने ट्रैक्टर बाजार में दूसरे नंबर का खिलाड़ी बनने के लक्ष्य की समयसीमा नहीं बताई है।
भाषा अजय अजय
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