कल्लाकुरिचि (तमिलनाडु), 30 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अपनी पार्टी के चुनावी गठबंधन का बचाव करते हुए ‘ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम’ (अन्नाद्रमुक) के महासचिव ई.के. पलानीस्वामी ने कहा कि कोई भी दल 30 वर्ष से अधिक समय तक तमिलनाडु पर शासन करने वाली उनकी पार्टी पर हावी नहीं हो सकता, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो।
भाजपा के अन्नाद्रमुक पर हावी होने की अटकलों के बीच पार्टी की तीखी आलोचनाओं का जवाब देते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी 50 साल से ज्यादा पुरानी है, उसने तमिलनाडु पर करीब 31 साल तक शासन किया है और इतनी बड़ी पार्टी पर कोई हावी नहीं हो सकता।
सत्तारूढ़ द्रमुक और विदुथालाई चिरुथैगल काची (वीसीके) समेत कई पार्टियों ने अन्नाद्रमुक के भाजपा के साथ गठबंधन की कड़ी आलोचना की है।
रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में बहुमत से सरकार बनाएगी।
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एक मजबूत गठबंधन बनाने का विश्वास जताते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन केवल पहला चरण है।
भाजपा के साथ गठबंधन करने के लिए अन्नाद्रमुक की आलोचना करने के लिए पलानीस्वामी ने स्टालिन पर निशाना साधा और पूछा कि मुख्यमंत्री को इस बात की चिंता क्यों हो रही है?
अन्नाद्रमुक के प्रमुख ने कहा, ‘‘स्टालिन घबरा गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अन्नाद्रमुक और भाजपा के बीच गठबंधन को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं।
इस बात पर बल देते हुए कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद द्रमुक नेताओं के खिलाफ मामलों को फिर से शुरू किया जाएगा, पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘अब जो पलानीस्वामी आप देखने वाले हैं, वह पहले से अलग होगा।’’
अन्नाद्रमुक के नेता ने आरोप लगाया कि द्रमुक सरकार के दौरान पंजीकरण कार्यालयों सहित कई विभागों में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कोई भी जगह ऐसी नहीं है जहां भ्रष्टाचार न हो। कमीशन, वसूली, भ्रष्टाचार – ये सब सिर्फ द्रमुक सरकार में ही देखने को मिलता है। यही है द्रमुक के चार साल के शासन की सबसे बड़ी उपलब्धि।’’
भाषा खारी वैभव
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