नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अवैध धन शोधन के लिए साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले खातों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में बिहार के पटना से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। मामले में यह 10वीं गिरफ्तारी है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
एजेंसी ने पाया है कि संदिग्ध के ‘दूसरे देशों से संबंध’ हैं, जिसकी गहन जांच की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने 700 से अधिक बैंक शाखाओं में 8.5 लाख ऐसे खातों के खिलाफ देशव्यापी कार्रवाई की थी, जिनका इस्तेमाल साइबर अपराधी डिजिटल चोरी, धोखाधड़ी वाले निवेश और यूपीआई-आधारित धोखाधड़ी से जुड़े मामलों से प्राप्त आय को सफेद करने के लिए कर रहे थे।
सीबीआई ने इस अभियान के दौरान राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 42 स्थानों पर समन्वित छापे मारे, जिसमें नौ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
तलाशी के दौरान मिली सामग्री से एजेंसी को पटना में 10वें संदिग्ध तक पहुंचने में मदद मिली, जिसे हाल में गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने अभी तक गिरफ्तार संदिग्धों में से किसी की भी पहचान उजागर नहीं की है और मामले के बारे में कुछ भी कहने से परहेज कर रही है, क्योंकि अभियान अभी भी जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में कथित बिचौलिए, एजेंट, ‘एग्रीगेटर’, खाताधारक और बैंकिंग प्रतिनिधि शामिल हैं, जिन पर इन फर्जी खातों को खोलने में मदद करने और उन्हें संचालित करने का आरोप है।
इस तरह का खाता किसी व्यक्ति के नाम पर खोला जाता है, जिसे यह पता हो भी सकता है और नहीं भी कि खाते का उपयोग अवैध धन शोधन के लिए किया जा रहा है।
भाषा आशीष नरेश
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