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Tuesday, July 1, 2025

कांग्रेस में खरगे के पास कोई वास्तविक अधिकार नहीं : भाजपा

Newsकांग्रेस में खरगे के पास कोई वास्तविक अधिकार नहीं : भाजपा

नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पास पार्टी में कोई वास्तविक अधिकार नहीं है, क्योंकि कमान गांधी परिवार के पास है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कर्नाटक में पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा राज्य में मुख्यमंत्री बदले जाने की संभावना को लेकर की जा रही चर्चा के बीच सोमवार को कहा था कि ऐसे मामलों पर फैसला पार्टी आलाकमान करेगा और किसी को भी अनावश्यक समस्या पैदा नहीं करनी चाहिए। इसके जवाब में भाजपा की यह प्रतिक्रिया आई है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने खरगे की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है कि वह पार्टी के ‘‘बेबस’’ अध्यक्ष हैं और उनके पास कोई वास्तविक अधिकार नहीं है।

भंडारी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मल्लिकार्जुन खरगे के यह कहने से कि पार्टी आलाकमान तय करेगा कि कर्नाटक में कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, यह स्पष्ट हो जाता है कि उनके पास कोई वास्तविक अधिकार नहीं है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘खरगे स्वीकार कर रहे हैं कि वह एक बेबस अध्यक्ष हैं।’’

भंडारी ने आरोप लगाया कि ‘‘खरगे को कांग्रेस में सिर्फ इसलिए दरकिनार कर दिया गया है क्योंकि वह दलित हैं।’’

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘गांधी-वाद्रा परिवार का पुराना मॉडल अब भी कायम है। पहले परिवार, फिर पार्टी, अंत में देश। कांग्रेस गांधी-वाद्रा परिवार की निजी इकाई है।’’

इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने सोमवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा राज्य में मुख्यमंत्री के परिवर्तन का संकेत देने वाले बयानों को निजी राय करार दिया और कहा कि किसी को भी पार्टी द्वारा खींची गई ‘‘लक्ष्मण रेखा’’ नहीं लांघनी चाहिए।

परमेश्वर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा हाल ही में की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसके कारण इस वर्ष के अंत में कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगाई जाने लगी हैं।

कांग्रेस विधायक एच ए इकबाल हुसैन ने दावा किया है कि उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार को दो-तीन महीने में राज्य का मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिल सकता है जबकि सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना ने सितंबर के बाद राज्य में ‘क्रांतिकारी’ राजनीतिक घटनाक्रम का संकेत दिया है।

भाषा धीरज संतोष

संतोष

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