29.3 C
Jaipur
Tuesday, July 1, 2025

“ओडिशा: विरोध में जुटे कांग्रेसियों की टांगें तोड़ने का कथित आदेश, वीडियो वायरल”

Fast News“ओडिशा: विरोध में जुटे कांग्रेसियों की टांगें तोड़ने का कथित आदेश, वीडियो वायरल”

भुवनेश्वर, एक जुलाई (भाषा) ओडिशा कैडर के एक आईपीएस अधिकारी ने पुलिसकर्मियों को कथित तौर पर कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ‘‘टांगें तोड़ने’’ का निर्देश दिया और उन्हें उनके इस कार्य के लिए ‘इनाम’ देने का आश्वासन दिया है।

राज्य में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस टिप्पणी की निंदा की है।

यह विवाद उस कथित वीडियो के वायरल होने के बाद शुरू हुआ जिसमें भुवनेश्वर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नरसिंह भोल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों को यह निर्देश देते नजर आ रहे हैं कि ‘‘उनकी टांगें तोड़ दो और मुझसे इनाम ले लो।’’

‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सका।

पुलिस अधिकारी ने पुरी में भगदड़ को लेकर रविवार रात को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक प्रदर्शन रैली के दौरान यह कथित निर्देश दिया। पुरी में भगदड़ की घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी है।

कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास के समक्ष प्रदर्शन कर रहे थे और आरोप लगा रहे थे कि भीड़ प्रबंधन में चूक हुई, जिसके कारण भगदड़ की घटना हुई।

वायरल वीडियो में भोल को मुख्यमंत्री आवास के पास तैनात पुलिस कर्मियों को यह निर्देश देते हुए देखा गया कि वे किसी को भी अवरोधक तोड़ने न दें।

ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा, ‘‘यह अत्यधिक निंदनीय है। यह प्रदर्शनकारियों के प्रति भाजपा सरकार के रवैये को दर्शता है। वे (भाजपा) 50 साल बाद भी आपातकाल की आलोचना कर रहे हैं, लेकिन अब एक वरिष्ठ अधिकारी पुलिस कर्मियों को प्रदर्शनकारियों के पैर तोड़ने का निर्देश दे रहा है। क्या यही लोकतंत्र है?’’

दास ने भोल पर भुवनेश्वर में एक रैली के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भड़काने का भी आरोप लगाया।

अपने बयान से विवाद खड़ा होने पर भोल ने कहा कि उन्होंने पुलिस कर्मियों से अपने कर्तव्यों का ठीक से पालन करने का आग्रह किया था।

भोल ने कहा, ‘‘मैं पुलिस कर्मियों को कह रहा था कि अगर प्रदर्शनकारी कानून अपने हाथ में लेते हैं और हिंसा व गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।’’

कांग्रेस की युवा शाखा के नेता यासिर नवाज ने कहा कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे और पुरी भगदड़ के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस मुख्यमंत्री और कानून मंत्री के इस्तीफे की भी मांग कर रही थी। लेकिन, भोल का पुलिस कर्मियों को निर्देश देना लोकतंत्र विरोधी और बेहद निंदनीय है।’’

पुरी में रविवार को रथयात्रा उत्सव के दौरान भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गयी और करीब 50 अन्य घायल हो गए।

भाषा गोला मनीषा

मनीषा

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles