भुवनेश्वर, एक जुलाई (भाषा) ओडिशा प्रशासनिक सेवा (ओएएस) के अधिकारियों के एक संघ ने अपने एक वरिष्ठ सहयोगी पर कथित हमले के खिलाफ ‘सामूहिक अवकाश’ पर जाने का फैसला मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के आश्वासन के बाद टाल दिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
माझी ने आश्वासन दिया है कि वरिष्ठ अधिकारी पर कथित हमले में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ ने सोमवार को एक वरिष्ठ अधिकारी पर कथित हमले के विरोध में अपने सदस्यों से मंगलवार से ‘सामूहिक अवकाश’ पर जाने का आह्वान किया था।
ओएएस संघ के अध्यक्ष ज्योति रंजन मिश्रा द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘‘मुख्यमंत्री ने संघ को आश्वासन दिया है कि इस घटना में शामिल अपराधियों को कानून के सख्त प्रावधानों के अनुसार कड़ी सजा दी जाएगी, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।’’
मिश्रा ने कहा कि माझी की अपील पर संघ ने छुट्टी पर नहीं जाने या ऐसा कोई कदम नहीं उठाने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, मुख्यमंत्री की अपील का सम्मान करते हुए एक जुलाई से सामूहिक अवकाश की घोषणा को वापस नहीं लिया जा रहा, लेकिन स्थगित किया जाता है।’’
पुलिस ने बताया कि सोमवार को भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू को कथित तौर पर उनके कार्यालय से घसीटकर कुछ बदमाशों ने उनके साथ मारपीट की।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘पुलिस ने मारपीट के सिलसिले में अब तक भाजपा पार्षद जीवन राउत समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य की तलाश कर रही है।’’
अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार ने सोमवार रात ओएएस एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ दो बैठकें कीं।
उन्होंने बताया, ‘‘पहली बैठक मुख्य सचिव मनोज आहूजा के साथ डीजीपी वाई बी खुरानिया की मौजूदगी में हुई। बाद में, मुख्य सचिव, डीजीपी, पुलिस आयुक्त और महाधिवक्ता की मौजूदगी में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक और बैठक आयोजित की गई। बैठक आधी रात तक चली।’’
भुवनेश्वर में सफाई कर्मचारियों ने बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त के साथ कथित मारपीट के विरोध में अपनी सेवाएं रोक दी हैं। कर्मचारियों ने घटना के सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
भाषा वैभव मनीषा
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