चेन्नई, एक जुलाई (भाषा) तमिलनाडु सरकार ने एक व्यक्ति की हिरासत में हुई मौत के मामले में शिवगंगा के जिला पुलिस प्रमुख को मंगलवार को ‘‘अनिवार्य प्रतीक्षा’’ पर रखा है, जबकि घटना के संबंध में पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है।
गृह विभाग के एक पत्र में कहा गया है कि आशीष रावत, आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा), पुलिस अधीक्षक, शिवगंगा को ‘‘पुलिस महानिदेशक/एचओपीएफ (पुलिस बल प्रमुख), तमिलनाडु, चेन्नई के कार्यालय में अनिवार्य प्रतीक्षा पर रखा गया है।’’
अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरज कुमार की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि जी. चंदीश, आईपीएस, एसपी रामानाथपुरम अब शिवगंगा का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।
शिवगंगा के तिरुप्पुवनम के सुरक्षा गार्ड अजीतकुमार को स्थानीय पुलिस ने पहले चोरी के एक मामले में पकड़ा था। बाद में हिरासत में उसकी मौत से काफी आक्रोश पैदा हो गया और राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की थी।
घटना के संबंध में पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है।
सोमवार देर रात जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि 28 जून को छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस मामले की उचित जांच शुरू की गई और सोमवार रात को पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ‘‘बिना कोई देरी किए’’ आगे की कार्रवाई शुरू की गई।
इसके बाद, मामले में हत्या के आरोप दर्ज किए गए और ‘‘इसमें शामिल पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया।’’
मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।
विज्ञप्ति के अनुसार, इस ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’’ के संबंध में राज्य पुलिस ने ‘‘न्यायसंगत, पारदर्शी और निष्पक्ष’’ तरीके से काम किया है।
विज्ञप्ति में कहा गया कि पिछले पांच वर्षों में राज्य में हिरासत में मौत के मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है और जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, तो पुलिस विभाग द्वारा उचित कार्रवाई की जाती है।
भाषा सुरभि वैभव
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