नयी दिल्ली, 29 मई (भाषा) केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)के तहत किसानों को 23 लाख करोड़ रुपये दिए हैं, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में महज सात लाख करोड़ रुपये आवंटित किए थे।
उन्होंने विपक्षी दल पर झूठ बोलने और किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता चौहान ने कांग्रेस पर ‘निराधार’ आरोप लगाने के लिए निशाना साधा।
मुख्य विपक्षी दल ने केंद्र पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के नाम पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने कहा था कि एमएसपी का मतलब अब ‘मैक्सिमम सफरिंग फॉर प्रोड्यूसर्स’ (उत्पादकों के लिए अधिकतम पीड़ा) हो गया है।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एमएसपी स्वामीनाथन आयोग द्वारा अनुशंसित ‘लागत (सी2) प्लस 50 प्रतिशत’ (लागत और 50 प्रतिशत मुनाफा) फार्मूले से काफी कम है।
चौहान ने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने किसानों के लिए हर मोर्चे पर ऐतिहासिक काम किया है, चाहे वह एमएसपी हो या उनकी आय बढ़ाना हो या खेती में नई तकनीक और विविधता लाना हो।
एक बयान में चौहान के हवाले से कहा गया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में दलहन, तिलहन और कपास की कीमतों में कई गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का झूठ यह साबित करता है कि वह किसान विरोधी है।’’
कृषि मंत्री ने दावा किया कि लोगों से कट गई कांग्रेस अब काल्पनिक आरोप लगाने वाले अपने ‘जनाधार विहीन’ नेताओं तक सीमित हो गई है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार एमएसपी सहित किसानों के लिए पारिश्रमिक की पूरी प्रणाली को मजबूत कर रही है।
चौहान ने दावा किया कि कांग्रेस शासन के दौरान सभी फसलों के लिए एमएसपी लागत से नाममात्र अधिक थी, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में ऐतिहासिक वृद्धि की है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 2025-26 के लिए 14 खरीफ फसलों की कीमतों में वृद्धि की है, जिससे किसानों की कृषि लागत के ऊपर कम से कम 50 प्रतिशत की वृद्धि सुनिश्चित होगी।
चौहान ने उदाहरण देते हुए कहा कि 2013-14 में धान का एमएसपी 1,310 रुपये प्रति क्विंटल था जो अब 2,369 रुपये है।
भाषा धीरज वैभव
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