28.7 C
Jaipur
Wednesday, July 2, 2025

केरल में कांग्रेस ने चिकित्सा महाविद्यालयों के सामने किया प्रदर्शन

Newsकेरल में कांग्रेस ने चिकित्सा महाविद्यालयों के सामने किया प्रदर्शन

(तस्वीरों के साथ)

तिरुवंनतपुरम, एक जुलाई (भाषा) विपक्षी कांग्रेस ने केरल वामपंथी सरकार पर स्वास्थ्य क्षेत्र को नष्ट करने तथा सरकारी अस्पतालों में सर्जिकल उपकरणों की कमी का आरोप लगाते हुए आज पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया।

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने विभिन्न जिलों में चिकित्सा महाविद्यालयों के सामने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और वहां कथित कमियों को उजागर किया। विरोध प्रदर्शन और मार्च का आयोजन संबंधित जिला कांग्रेस समितियों के तत्वावधान में किया गया।

उत्तरी कन्नूर जिले में परियायम चिकित्सा महाविद्यालय के सामने राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन की शुरूआत करने के बाद पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि राज्य का स्वास्थ्य क्षेत्र जीवन रक्षक प्रणाली पर है और सरकारी अस्पताल आम लोगों के लिए मुश्किलों का स्थान बन गए हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की मौजूदा हड़ताल भविष्य में होने वाले आंदोलनों का संकेत है, जिनमें आम लोगों के विभिन्न मुद्दे उठाए जाएंगे।

स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में मुद्दों को महत्वहीन बनाने और इसे तंत्र की विफलता का हिस्सा बताने के बजाय इसे हल करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

कन्नूर में विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सनी जोसेफ ने कहा कि राज्य में सरकारी अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालयों की समस्याओं के कारण गरीब लोग भी निजी अस्पतालों पर निर्भर रहने को मजबूर हैं।

इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए, एर्नाकुलम में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने भी आरोप लगाया कि केरल के चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल आवश्यक दवाओं की कमी का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य में न केवल गरीब लोग बल्कि मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के लोग भी काफी हद तक सरकारी अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालयों पर निर्भर हैं।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि अदूर प्रकाश, तिरुवंचूर राधाकृष्णन, पी सी विष्णुनाथ और कोडिक्कुन्निल सुरेश समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

एक दिन पहले कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने स्वास्थ्य क्षेत्र के समक्ष मौजूद मुद्दों के अध्ययन के लिए पांच सदस्यीय आयोग बनाया था।

शनिवार को तिरुवनंतपुरम चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के मूत्रविज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. हैरिस चिराक्कल ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि सरकारी अस्पताल में विभागाध्यक्ष की सबसे बड़ी लाचारी आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की कमी है। उसके बाद विवाद खड़ा हो गया था।

भाषा राजकुमार नरेश

नरेश

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles