मुंबई, एक जुलाई (भाषा) जेएसडब्ल्यू पेंट्स प्रवर्तक पूंजी, ऋण और पीई कोषों के जरिये 13,000 करोड़ रुपये के एक्जो नोबेल इंडिया लिमिटेड (एएनआईएल) सौदे का वित्तपोषण करेगी। कंपनी के प्रबंध निदेशक पार्थ जिंदल ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
जेएसडब्ल्यू पेंट्स को उम्मीद है कि सौदा पूरा होने के बाद अस्तित्व में आई संयुक्त इकाई को सजावटी पेंट खंड में तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बनने में मदद मिलेगी। उसे अगले तीन साल में लगभग 7,500 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है।
इस बीच, एक्जो नोबेल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ग्रेग पॉक्स-गिलौम ने कहा कि कंपनी भारत से बाहर नहीं जा रही है और वह पाउडर कोटिंग्स कारोबार का पूर्ण स्वामित्व बनाए रखेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी 4.5 प्रतिशत रॉयल्टी और लाइसेंसिंग समझौते के साथ सभी कोटिंग खंड में जेएसडब्ल्यू की प्रौद्योगिकी भागीदार बनी रहेगी।
सौदे के वित्तपोषण के बारे में पूछने पर जिंदल ने कहा कि 7,000 करोड़ रुपये आंतरिक स्रोतों से आएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘परिवार द्वारा इक्विटी के लिए निवेश किया जा रहा है, और निजी इक्विटी भी आ रही है। इसलिए, ऋण के साथ ही प्रवर्तकों के निवेश के बीच परिवार द्वारा लगभग 7,000 करोड़ रुपये डाले जा रहे हैं, और बाकी निजी इक्विटी से आने वाला है।’’
सौदे के तहत एक्जो नोबेल के प्रवर्तकों की हिस्सेदारी खरीदने के लिए 8,986 करोड़ रुपये और खुली पेशकश के लिए 3,929.06 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।
जेएसडब्ल्यू पेंट्स एक गैर-सूचीबद्ध इकाई है, जिसमें 85 प्रतिशत शेयर पारिवारिक न्यास के पास हैं और शेष शेयर प्रमुख फर्म जेएसडब्ल्यू स्टील के पास हैं।
भाषा अजय पाण्डेय
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