नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) प्रतिस्पर्धा आयोग ने भारतीय प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं के महासंघ (एफपीबीएआई) और उसके तीन पदाधिकारियों को अनुचित कारोबारी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर जुर्माना लगाया है।
एसोसिएशन को अन्य उल्लंघनों के अलावा अपने सदस्य पुस्तक विक्रेताओं/प्रकाशकों द्वारा अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं और पुस्तकों के आयात के लिए सामान्य बैंक/आरबीआई दरों से अधिक रूपांतरण दर तय करते हुए पाया गया।
आयोग के अनुसार, एसोसिएशन ने अन्य पहलुओं के अलावा मूल्य, कर्ज अवधि और ब्याज दरों के संबंध में नियम और शर्तें निर्धारित कीं। पुस्तकालयों, स्कूलों और अन्य उपभोक्ताओं को पुस्तकें, पत्रिकाएं और ई-संसाधनों की आपूर्ति करते समय इसके सदस्य पुस्तक विक्रेताओं/प्रकाशकों द्वारा इनका पालन किया जाना था।
आयोग ने अंतिम आदेश पारित करते हुए यह भी कहा कि एसोसिएशन पुस्तकालयों और अन्य संस्थानों को केवल अपने अनुमोदित विक्रेताओं से पुस्तकें खरीदने के लिए पहले से मौजूद सलाह के बाद भी अपने परिपत्रों के साथ पत्रिकाओं के अनुमोदित आपूर्तिकर्ताओं की एक सूची जारी कर रहा है।
सीसीआई ने मंगलवार को बयान में कहा कि इस तरह की गतिविधियां प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन हैं और उसने एफपीबीएआई तथा इसके तीन पदाधिकारियों पर कुल 6.33 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
भाषा
अजय
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