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Thursday, August 21, 2025

केरल में निपाह वायरस से संक्रमित मरीज के स्वास्थ्य में सुधार: मंत्री वीणा जॉर्ज

Newsकेरल में निपाह वायरस से संक्रमित मरीज के स्वास्थ्य में सुधार: मंत्री वीणा जॉर्ज

मलप्पुरम (केरल), 30 मई (भाषा) केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने शुक्रवार को बताया कि मलप्पुरम जिले में आठ मई को निपाह वायरस से संक्रमित पाई गईं एक मरीज के हालिया दो अलग-अलग नमूनों में वायरस की पुष्टि नहीं हुई है और उन्हें अब संक्रमण मुक्त माना जा रहा है।

मंत्री ने एक बयान में बताया कि मरीज अभी भी गंभीर स्थिति से पूरी तरह बाहर नहीं आई है, लेकिन उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा हैं।

उन्होंने कहा, ‘पिछले 12 दिनों से मरीज जीवन रक्षक प्रणाली पर नहीं है। वह किसी कृत्रिम उपकरण की मदद के बिना श्वांस ले रही है और उसे किसी भी प्रकार की श्वसन सहायता की आवश्यकता नहीं है।’

मरीज का इलाज पेरिंथलमन्ना के ईएमएस कोऑपरेटिव अस्पताल में किया जा रहा है। मंत्री ने मरीज का इलाज कर रही टीम के चिकित्सक जितेश से बातचीत कर उसकी वर्तमान स्थिति का जायजा लिया।

वलंचेरी के वार्ड संख्या दो की 42 वर्षीय महिला के आठ मई को निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।

मंत्री ने कहा कि मरीज की हृदयगति, रक्तचाप और ऑक्सीजन संतृप्ति जैसे बुनियादी स्वास्थ्य संकेतक सामान्य हैं।

मंत्री ने कहा, ‘उनका जिगर और गुर्दे जैसे आंतरिक अंग भी ठीक से कार्य कर रहे हैं। हालांकि मरीज पूरी तरह से होश में नहीं आई है, लेकिन मस्तिष्क की गतिविधि में धीरे-धीरे सुधार के संकेत दिख रहे हैं।’

चिकित्सकों ने हाल के दिनों में मरीज की आंखों और जबड़े की हलचल तथा दर्द के प्रति उसकी प्रतिक्रिया देखी है। एमआरआई स्कैन से पता चला है कि वायरस ने मस्तिष्क को जो नुकसान पहुंचाया है वह भी ठीक हो रहा है।

मंत्री ने कहा, ‘उम्मीद है कि आने वाले हफ्तों में मरीज शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह ठीक होकर अपने घर लौटेंगी।’

उन्होंने कहा कि पहले मामले की पुष्टि के बाद वायरस के लक्षण दिखने की अधिकतम अवधि यानी संपूर्ण संक्रमण काल बीत चुका है। इसके बावजूद हेल्पलाइन और सहायता सेवाएं कुछ दिन और सक्रिय रहेंगी।

मरीज अभी पेरिंथलमन्ना अस्पताल के चिकित्सकों की एक टीम के देखरेख में है।

राज्य निपाह मेडिकल बोर्ड के निर्देशों के तहत, चिकित्सकों ने मरीज को अस्पताल से स्थानांतरित न करने और विशेषज्ञ देखभाल वहीं प्रदान करने का निर्णय लिया।

चिकित्सकों के अनुसार, यदि मरीज की हालत में सुधार जारी रहा तो उसे जल्द ही आईसीयू से बाहर ले जाया जाएगा और वह धीरे-धीरे सामान्य जीवन में लौटेंगी।

भाषा

राखी मनीषा

मनीषा

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