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Thursday, July 3, 2025

आरएसएस ने तिरंगे व संविधान को कभी नहीं माना: डोटासरा

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जयपुर, दो जुलाई (भाषा) कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक (आरएसएस) पर निशाना साधा और कहा कि ये देश के संविधान को नहीं मानते हैं।

डोटासरा ने कहा कि देश में ‘‘ध्रुवीकरण’’ की राजनीति के जरिए लोगों का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाया जा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘संविधान को ये (भाजपा-आरएसएस) मानते नहीं हैं। अब तो इन्होंने कह दिया कि ‘समाजवाद’ व ‘धर्मनिरपेक्ष’ (शब्द) को हटा ही देना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये वे लोग हैं जो जब संविधान बाबा साहेब (डॉ. बी आर आंबेडकर) ने बनाया था तब इन्होंने उसकी प्रतियां जलाईं थीं, बरसों तक ये विरोध करते रहे थे। इस संविधान को, इस देश के तिरंगे झंडे को आरएसएस ने कभी नहीं माना।’’

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, ‘‘आज देश के लोगों के मुद्दे हैं, जो वे सवाल देश के प्रधानमंत्री से, सरकारों से पूछना चाहते हैं, उसका ध्यान भटकाने के लिए आरएसएस इस तरीके की बातें लाकर और नाहक चर्चा करना चाहती है। फिर हिंदू व मुस्लिम करके वो अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं। अब ये देश की जनता समझ चुकी है वह न आरएसएस, न भाजपा के बहकावे में आएगी।’’

वे यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात कर रहे थे। डोटासरा ने राजस्थान में विवादास्पद पुलिस उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती मामले को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा और दोहरे मापदंड का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘आज आप (राज्य सरकार) ये कह रहे हो कि एसआई भर्ती बिलकुल सही थी। इसका मतलब इनकी कथनी और करनी में फर्क है। ये सत्ता पाने के लिए कितने भी नीचे गिर सकते हैं। इनके कोई मापदंड नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा मूल्यों, सिद्धांतों व विचारधारा की राजनीति की है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड और तथाकथित ‘लाल डायरी’ विवाद जैसे मुद्दों का इस्तेमाल मतदाताओं को गुमराह करने के लिए किया।

राज्य सरकार की आलोचना करते हुए डोटासरा ने दावा किया कि राजस्थान में अधिकारियों को अपने विभागों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय ‘नॉन-कोर’ (कम महत्वपूर्ण) काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा अत्यधिक समीक्षा बैठकें किए जाने पर भी कटाक्ष किया।

भाषा पृथ्वी अमित

अमित

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