मुंबई, तीन जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र सरकार विवाह से पहले लोगों के लिए थैलेसीमिया जांच को अनिवार्य बनाने संबधी नियम बनाएगी ताकि जल्द से जल्द इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सके। स्वास्थ्य मंत्री मेघना बोर्डिकर ने राज्य विधानसभा में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
जन स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान विधायक विकास ठाकरे द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में वर्तमान में थैलेसीमिया के लगभग 12,860 रोगी हैं।
थैलेसीमिया एक आनुवंशिक रक्त विकार है, जो शरीर की हीमोग्लोबिन और स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने की क्षमता को प्रभावित करता है।
ठाकरे की मांग पर कि विवाह से पहले थैलेसीमिया जांच अनिवार्य की जा सकती है, बोर्डिकर ने कहा, “हम जल्द ही विवाह से पहले जांच अनिवार्य करने के लिए नियम बनाएंगे।”
उन्होंने कहा, “यह एक गंभीर आनुवंशिक विकार है और अगर समय पर इसका निदान नहीं किया जाता तो यह अगली पीढ़ी को भी हो सकता है। हमने परभणी में प्रायोगिक आधार पर एक परियोजना के साथ थैलेसीमिया उन्मूलन अभियान शुरू किया है, जिसे अब पूरे राज्य में विस्तारित किया जा रहा है।’’
बोर्डिकर ने यह भी आश्वासन दिया कि हर जिले में थैलेसीमिया उपचार केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
मंत्री ने सदन को यह भी बताया कि ‘कैंसर डायग्नोस्टिक वैन’ की खरीद में कथित भ्रष्टाचार की स्वास्थ्य विभाग आयुक्त द्वारा जांच की जा रही है।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने निर्देश दिया कि जांच रिपोर्ट मौजूदा सत्र के खत्म होने से पहले विधानसभा में पेश की जाए।
राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र 18 जुलाई को खत्म होगा।
भाषा जितेंद्र रंजन
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