ईटानगर, तीन जुलाई (भाषा) भारतीय सेना की स्पीयर कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल अभिजीत एस पेंढारकर ने अरुणाचल प्रदेश के अग्रिम इलाकों में परिचालन संबंधी तैयारी की उच्च स्तरीय समीक्षा की है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि कोर कमांडर ने बुधवार को ऊंचाई वाले सीमा क्षेत्रों में हथियारों और अन्य विशेष साजो सामान की तैनाती की समीक्षा की और इस दौरान टोही अभियानों के लिए ड्रोन प्रणालियों सहित उन्नत प्रौद्योगिकियों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया।
लेफ्टिनेंट जनरल पेंढारकर ने क्षेत्र की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और जलवायु संबंधी चुनौतियों का सामना करने में सैनिकों के पेशेवर रुख, उच्च मनोबल और अटूट समर्पण की सराहना की।
प्रवक्ता के मुताबिक, जीओसी पेंढारकर का यह दौरा चीन के साथ रणनीतिक रूप से संवेदनशील वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और निगरानी को मजबूत करने के सेना के निरंतर प्रयासों के तहत हो रहा है।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण में दूरस्थ और कठिन स्थानों में परिचालन क्षमताओं में सुधार लाने के उद्देश्य से विशेष प्रणालियों के एकीकरण और प्रभावशीलता का भी आकलन किया गया।
लेफ्टिनेंट जनरल पेंढारकर ने अगस्त 2024 में स्पीयर कोर की कमान संभाली थी। उन्हें तीन दशक का अनुभव प्राप्त है, खासतौर पर उग्रवाद रोधी अभियानों का। वह बल के आधुनिकीकरण के लिए प्रौद्योगिकी को आत्मसात करने पर जोर दे रहे हैं।
जीओसी ने अपने दौरे के दौरान शहीद जवानों की याद में यहां बनाए गए ‘समर स्मारक’ पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और दोहराया कि सेना अपने शहीदों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाषा धीरज मनीषा
मनीषा