मुंबई, तीन जुलाई (भाषा) शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य के मंत्री नितेश राणे से बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें दिशा सालियान मौत मामले में शिवसेना (उबाठा) के विधायक आदित्य ठाकरे के खिलाफ की गई अपनी पिछली टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने हालांकि कहा कि मामले में अभी तक कोई ‘क्लोजर रिपोर्ट’ दाखिल नहीं की गई है और जांच अब भी जारी है।
दिशा की आठ जून, 2020 को मुंबई के मलाड इलाके में स्थित एक आवासीय इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने के कारण मौत हो गई थी।
मुंबई पुलिस ने बंबई उच्च न्यायालय में पिछले महीने दाखिल किए गए अपने हलफनामे में कहा कि पूर्व ‘सेलिब्रिटी मैनेजर’ दिशा सालियान ने आत्महत्या की है और मौत के इस मामले में कोई साजिश नहीं पाई गई।
इस बीच, दिशा के पिता सतीश सालियान ने फिर से आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या की गई।
सतीश सालियान ने इस साल मार्च में उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर अपनी बेटी की मौत के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराए जाने और शिवसेना (उबाठा) विधायक आदित्य ठाकरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने का अनुरोध किया था।
राउत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पुलिस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दिशा सालियान की मौत के मामले में आदित्य ठाकरे की कोई संलिप्तता नहीं थी। फिर भी उनकी छवि खराब करने और उन्हें अपमानित करने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया गया।’’
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस को (आदित्य) ठाकरे से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘(भाजपा सांसद) नारायण राणे के बेटे, (नीतेश राणे) जो कैबिनेट मंत्री भी हैं, को न केवल आदित्य ठाकरे से बल्कि महाराष्ट्र के लोगों से भी माफी मांगनी चाहिए।’’
राउत ने कहा कि जिन लोगों ने निराधार आरोप लगाए हैं, उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों को बदनाम करने वालों को एक दिन भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।’’
अदालत में दाखिल किए गए पुलिस के हलफनामे के बारे में पूछे जाने पर गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा, ‘‘जांच अभी जारी है। अभी तक कोई ‘क्लोजर रिपोर्ट’ दाखिल नहीं की गई है।’’
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के विधायक रोहित पवार ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, ‘‘भाजपा नेताओं और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के मंत्रियों ने लगातार अभद्र और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए आदित्य ठाकरे पर आरोप लगाए।’’
पवार ने विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए सरकार से उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया, जिन्होंने ‘‘राजनीतिक लाभ के लिए जनता को गुमराह करने का जानबूझकर प्रयास’’ किया।
हालांकि, भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) नेता और राज्य के पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों का बचाव किया।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार जांच एजेंसियों पर कभी दबाव नहीं डालती। पुलिस सबूतों और तथ्यों के आधार पर जांच करती है। ऐसा लगता है कि विपक्षी नेता राज्य सरकार के खिलाफ पूर्वाग्रह रखते हैं। मुझे उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही अपनी गलतफहमियों का अहसास हो जाएगा।’’
भाषा सिम्मी पवनेश
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