तेल अवीव, तीन जुलाई (एपी) गाजा में रात भर हुए हवाई हमलों और गोलीबारी में 94 फलस्तीनी मारे गए और इनमें से 45 लोग ऐसे थे जो अत्यंत आवश्यक मानवीय सहायता सामग्री प्राप्त करने का प्रयास कर रहे थे। गाजा के अस्पतालों और स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
इजराइल की सेना ने गाजा में हुए इन हमलों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की।
‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ से जुड़े स्थलों के आसपास पांच लोग मारे गए तथा गाजा पट्टी में अन्य स्थानों पर सहायता सामग्री की आपूर्ति करने वाले ट्रकों का इंतजार कर रहे 40 अन्य लोग मारे गए।
‘गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन’ इजराइल समर्थित नव निर्मित अमेरिकी संगठन है जो गाजा पट्टी में आबादी को भोजन उपलब्ध कराने में मदद करता है।
गाजा पट्टी पर बुधवार रात और बृहस्पतिवार सुबह हुए हवाई हमलों में दर्जनों लोग मारे गए। इनमें से 15 लोग मुवासी क्षेत्र में स्थित तंबुओं पर हुए हमलों में मारे गए। मुवासी क्षेत्र में कई विस्थापित फलस्तीनी शरण लिए हुए हैं।
इसके अलावा, गाजा शहर में विस्थापित लोगों को आश्रय देने वाले एक स्कूल पर हुए हमले 15 लोगों की मौत हो गई।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 57,000 से अधिक हो गई है जिनमें वे 223 लापता लोग भी शामिल हैं जिन्हें मृत घोषित कर दिया गया है।
ये मौतें ऐसे समय में हुई हैं जब इजराइल और हमास संभावित संघर्षविराम के करीब पहुंच रहे हैं, जिससे 21 महीने से जारी युद्ध समाप्त होने की उम्मीद है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि इजराइल गाजा में 60 दिन के संघर्षविराम की शर्तों पर सहमत हो गया है और उन्होंने हमास को चेतावनी दी थी कि वह इस समझौते को स्वीकार करे, अन्यथा हालात और बिगड़ेंगे।
यह युद्ध सात अक्टूबर 2023 को उस समय शुरू हुआ था जब हमास ने दक्षिणी इजराइल पर हमला कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था।
एपी सिम्मी अविनाश माधव
माधव