लंदन, तीन जुलाई (भाषा) आल राउंडर दीप्ति शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय महिला टीम को बेंगलुरु और इंग्लैंड में करीब एक महीने तक चले तैयारी शिविर से काफी फायदा हुआ जिससे उन्हें यहां की परिस्थितियों के अनुरूप ढलने में मदद मिली।
भारतीय खिलाड़ियों ने बेंगलुरु में 27 दिन का शिविर लगाया और टीम पांच मैच की टी20 श्रृंखला से आठ दिन पहले इंग्लैंड पहुंच गई।
अभी भारत पांच मैच की टी20 श्रृंखला में 2-0 से आगे है। टीम ने पहले मैच में 97 रन और दूसरे मैच में 24 रन से जीत दर्ज की।
ओवल में तीसरे टी20 मैच की पूर्व संध्या पर दीप्ति ने मीडिया से कहा, ‘‘बेंगलुरू में शिविर के दौरान परिस्थितियां कुछ हद तक समान थीं। हवा चल रही थी और हमें इस मौसम के अनुकूल ढलने में मदद मिली। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम श्रृंखला से एक या दो हफ्ते पहले यहां आए थे। हर कोई अच्छी तरह से परिस्थितियों के अनुरूप ढल गया। साथ ही अभ्यास मैच से भी परिस्थितियों के अभ्यस्त होने में मदद मिली। युवा खिलाड़ियों को इसका फायदा मिला। ’’
दीप्ति ने कहा, ‘‘बीसीसीआई का शुक्रिया जिन्होंने इस शिविर का इंतजाम किया। हमने मूव होती गेंद के खिलाफ हवादार परिस्थितियों में अच्छा अभ्यास किया। ’’
उन्होंने कहा कि शिविर के दौरान विभिन्न स्थानों पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला जो इसकी खासियत रही।
उन्होंने कहा, ‘‘बेंगलुरू में मैच जैसी परिस्थितियों के दौरान मध्य क्रम की सभी बल्लेबाजों को अलग अलग बल्लेबाजी क्रम में खेलने को मिला। इससे हमें किसी भी स्थान पर खेलने का अंदाजा हो गया। हम सभी तैयार हैं और अपने खेल के बारे में स्पष्ट हैं। ’’
दीप्ति ने 20 वर्षीय स्पिनर श्री चरणी की भी तारीफ की जिन्होंने पहले दो मैच में छह विकेट लिए हैं। उन्होंने श्रृंखला के पहले मैच में टी20 अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘पदार्पण पर यह आसान नहीं होता, लेकिन उसने अपने पहले ही मैच में चार विकेट झटके। वह काफी युवा है। मैं इस बात की सराहना करती हूं कि उसने परिस्थितियों का आकलन किया और सही जगह गेंदबाजी की क्योंकि यह आसान नहीं है।
भारत को इंग्लैंड में श्रृंखला में अपनी पहली जीत हासिल करने के लिए बचे हुए तीन में से बस एक मैच में जीत की दरकार है। इस पर दीप्ति ने कहा कि टीम अपनी ‘बेसिक्स’ पर अडिग रहेगी और ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोचेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रक्रियाओं का पालन करेंगे और एक बार में एक मैच पर ध्यान देंगे। हम कुछ अलग करने की कोशिश नहीं करेंगे। ’
भाषा नमिता सुधीर
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