नयी दिल्ली, तीन जुलाई (भाषा) विज्ञान के क्षेत्र में चार जुलाई का दिन खास माना जाता है। वर्ष 2012 में इसी दिन वैज्ञानिकों ने हिग्स बोसॉन कण का पता लगाने में सफलता मिलने का ऐलान किया था। जिनेवा में यूरोपियन ऑर्गेनाइज़ेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च यानी सर्न के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि उन्होंने गॉड पार्टिकल यानी ‘हिग्स बोसॉन’ कण के बेहद ठोस संकेत हासिल किए हैं।
देश-विदेश में भारत का परचम लहराने वाले स्वामी विवेकानंद का निधन वर्ष 1902 में आज ही के दिन हुआ था। उन्होंने भारतीय दर्शन और चिंतन की समृद्ध परंपरा को विश्व स्तर पर रेखांकित करके उसे सम्मान दिलाया। इतिहास में चार जुलाई तिथि में दर्ज कुछ और घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:
1776: अमेरिकी कांग्रेस ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता की घोषणा की।
1810: फ्रांसीसी सेनाओं ने एम्सटर्डम पर कब्जा किया।
1827: न्यूयार्क से दासत्व खत्म करने की घोषणा हुई।
1897: आंध प्रदेश के महान स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू का जन्म।
1902: भारतीय मनीषी स्वामी विवेकानंद का निधन।
1946: फिलीपीन को अमेरिका से स्वतंत्रता मिली।
1963: तिरंगा का डिजाइन बनाने वाले स्वतंत्रता सेनानी पिंगली वेंकैया का निधन।
1997: नासा का पाथफाइंडर स्पेस प्रोब मंगल की सतह पर उतरा।
2012: सर्न के वैज्ञानिकों ने बताया कि उन्होंने नए कण हिग्स बोसॉन की खोज कर ली है।
2022: पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगा रहा माइक्रोवेव ओवन के आकार वाला नासा का एक उपग्रह सफलतापूर्वक कक्षा से अलग हुआ।
2023: रूस का मिग-31 लड़ाकू विमान प्रशांत महासागर के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त।
भाषा
देवेंद्र अविनाश
अविनाश