देहरादून, तीन जुलाई (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को हरिद्वार में आगामी कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि तीर्थयात्रा के दौरान “थूक जिहाद” की घटनाएं दोबारा न हों।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा करने के बाद धामी ने संवाददाताओं से कहा, “यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि हरिद्वार आने वाले कांवड़िये अच्छे अनुभव के साथ लौटें। कांवड़ यात्रा के दौरान पहले भी ‘थूक जिहाद’ की घटनाएं हुई हैं। मैंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”
‘थूक जिहाद’ शब्द भारतीय जनता पार्टी द्वारा गढ़ा गया एक शब्द है, जो कुछ साल पहले सामने आए एक व्यापक रूप से प्रसारित वीडियो को संदर्भित करता है, जिसमें एक ढाबे के रसोइए को रोटी बनाते समय आटे में थूकते हुए देखा गया था।
एक अन्य वीडियो सामने आया था जिसमें एक फल विक्रेता सेबों पर थूकते हुए तथा उन्हें बेचने से पहले उन्हें साफ करते हुए दिखाई दे रहा था।
अगले सप्ताह से पखवाड़े भर चलने वाली कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है, जिसके दौरान विभिन्न राज्यों से शिव भक्त गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार आते हैं।
एक प्रश्न के उत्तर में धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित ढाबा, रेस्तरां, होटल और सड़क किनारे भोजनालय मालिकों को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर खाद्य लाइसेंस प्रमुखता से प्रदर्शित करने के लिए हाल ही में जारी आदेश का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं को अशुद्ध भोजन न परोसा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हरिद्वार आने वाले सभी कांवड़ियों का हार्दिक स्वागत करते हैं और भगवान शिव से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करते हैं।
हालांकि, उन्होंने उनसे यात्रा के नियमों का पालन करने की भी अपील की।
धामी ने कहा, “उन्हें तेज आवाज में डीजे बजाकर ध्वनि प्रदूषण नहीं करना चाहिए। उन्हें कांवड़ का आकार भी निर्धारित सीमा के भीतर रखना चाहिए।”
भाषा प्रशांत रंजन
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