( नियाल व्हेटे, मैक्वायर यूनिवर्सिटी और स्लेड मैथ्यूज, यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी )
सिडनी, चार जुलाई (द कन्वरसेशन) ऑस्ट्रेलिया के औषधि नियामक ने दावा किया है कि विटामिन बी6 की अत्यधिक मात्रा तंत्रिकाओं को क्षति पहुंचाने सहित ऐसे कई घातक दुष्प्रभाव उत्पन्न कर सकती है जो हमारी सोच से कहीं अधिक होंगे।
ऑस्ट्रेलिया की दवा नियामक संस्था ‘थेरेप्यूटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन’ (टीजीए) ने यह दावा किया है।
इस सप्ताह के शुरु में एबीसी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि टीजीए के एक प्रवक्ता के मुताबिक, विटामिन बी6 के दुष्प्रभावों की गंभीरता का अब तक शायद कमतर ही आकलन किया गया था।
बहरहाल, सुरक्षा संबंधी चिंताओं के मद्देनजर, विटामिन बी6 की उच्च मात्रा वाले सप्लीमेंट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है।
देशभर में लोगों के रक्त के नमूनों में विटामिन बी6 की जांच करने वाले एक पैथोलॉजिस्ट ने बताया कि मई में की गई जांच में लगभग 4.5 प्रतिशत नमूनों में ऐसे संकेत मिले जो तंत्रिकाओं को नुकसान की संभावना की ओर इशारा करते हैं।
*** विटामिन बी6 क्या है?
विटामिन बी6 को पायरीडॉक्सीन भी कहा जाता है। यह शरीर में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा के चयापचय में अहम भूमिका निभाता है। यह मस्तिष्क में न्यूरोट्रांस्मीटर के उत्पादन, प्रतिरक्षा प्रणाली के समर्थन और हीमोग्लोबिन उत्पादन में भी सहायक होता है। मस्तिष्क के कामकाज और व्यक्ति के मिजाज के नियमन में न्यूरोट्रांस्मीटर की अहम भूमिका होती है।
सामान्य आहार – जैसे मांस, अनाज, फल और सब्ज़ियों – से पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी6 प्राप्त होता है। कुछ महिलाएं गर्भावस्था या मासिक धर्म की समस्या के दौरान विटामिन बी6 सप्लीमेंट लेती हैं।
*** खुराक और जोखिम
अधिकतर वयस्कों के लिए विटामिन बी6 की 1.3 से 1.7 मिलीग्राम दैनिक खुराक पर्याप्त मानी जाती है। वर्तमान में विटामिन बी6 के 5–200 मिलीग्राम तक की खुराक वाले सप्लीमेंट बिना डॉक्टर की पर्ची के बेचे जा सकते हैं लेकिन 200 मिलीग्राम से अधिक खुराक के लिए चिकित्सक की सलाह आवश्यक है।
*** विटामिन बी6 की अधिक मात्रा लेने पर क्या होता है?
लंबे समय तक अधिक मात्रा में विटामिन बी6 लेने से ‘पेरिफेरल न्यूरोपैथी’ का खतरा बढ़ सकता है, जिसमें हाथ-पैरों में झनझनाहट, दर्द या कमजोरी महसूस होती है। अधिकतर मामलों में सप्लीमेंट बंद करने पर लक्षण धीरे-धीरे समाप्त हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में स्थिति में सुधार होने में तीन महीने से दो वर्ष तक का समय लग सकता है।
टीजीए के अनुसार, 2023 से अब तक विटामिन बी6 से संबंधित ‘न्यूरोपैथी’ के 174 मामले दर्ज किए गए हैं।
*** विटामिन बी6 की अधिकता से होने वाली समस्याओं के कौन से लक्षणों पर ध्यान दें?
1 – हाथ-पैरों का सुन्न होना या दर्द होना
2 – संतुलन या तालमेल की समस्या
3 – पेट में जलन या मतली
विशेषज्ञों की सलाह है कि जो लोग विटामिन बी6 की प्रतिदिन 50 मिलीग्राम या उससे अधिक खुराक छह महीने से अधिक समय तक ले रहे हैं, उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रहना चाहिए।
( द कन्वरसेशन )
मनीषा सिम्मी
सिम्मी