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Saturday, July 5, 2025

तलाश प्रयासों में देरी नहीं हुई: कोट्टायम मेडिकल कॉलेज की घटना पर मंत्री वासवन का दावा

Newsतलाश प्रयासों में देरी नहीं हुई: कोट्टायम मेडिकल कॉलेज की घटना पर मंत्री वासवन का दावा

तिरुवनंतपुरम/कोट्टायम, चार जुलाई (भाषा) केरल के सहकारिता मंत्री वी एन वासवन ने शुक्रवार को इन आरोपों को खारिज किया कि कोट्टायम मेडिकल कॉलेज के ढहे हिस्से में तलाश एवं बचाव अभियान में देरी हुई या उसे रोक दिया गया। वासवन ने ऐसे दावों को ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ बताया।

मंत्री का यह बयान विपक्षी दल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तेज विरोध के बीच आया है। दोनों दलों ने एक दिन पहले इमारत ढहने से दो बच्चों की 52 वर्षीय मां की मौत के बाद स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के इस्तीफे की मांग की है।

भाजपा ने आरोप लगाया था कि तलाश अभियान में देरी के कारण महिला की मौत हुई जो ‘हत्या के समान’ है।

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख सनी जोसफ ने आरोप लगाया कि घटना के बाद मौके पर पहुंचे मंत्री वासवन और जॉर्ज ने मामले को कमतर दिखाने की कोशिश की जिसके परिणामस्वरूप तलाश अभियान में देरी हुई।

उन्होंने दावा किया कि जॉर्ज को पद पर बने रहने का कोई नैतिक या कानूनी अधिकार नहीं है।

जोसफ ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल पहुंचने के बाद उन्होंने घटना के बारे में प्रारंभिक जांच कराने की भी कोशिश नहीं की।

उन्होंने कोट्टायम में हादसे में मारी गई महिला बिंदु के परिवार से मिलने के बाद शुक्रवार को कहा,‘‘ इस मामले में कर्तव्य की गंभीर उपेक्षा की गई और आपराधिक लापरवाही हुई है।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस घटना के सिलसिले में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेगी और घटना की न्यायिक जांच की मांग करेगी।

कोट्टायम मेडिकल कॉलेज की घटना में बिंदु (52) की मौत हो गई और तीन अन्य – अलीना (11), अमल प्रदीप (20) और जिनु साजी (38) घायल हो गए।

इससे पहले दिन में वासवन ने पत्रकारों से कहा कि उनकी और राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज की यह टिप्पणी कि ढहे हुए हिस्से में कोई नहीं था, चिकित्सा अधीक्षक और अस्पताल के प्राधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित थी।

वासवन ने दावा किया कि उन्होंने घटनास्थल पहुंचने पर अग्निशमन एवं बचाव कर्मियों को मलबा हटाने के लिए खुदाई करने वाली मशीन या जेसीबी की तुरंत व्यवस्था करने को कहा था और यह पता लगाने के निर्देश दिए थे कि मलबे में कोई फंसा तो नहीं है।

उन्होंने कहा कि भारी मशीनरी को वहां लाने में समय लगा क्योंकि इसके लिए रास्ता बनाया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘बचाव अभियान न तो रोका गया और न ही इसमें देरी हुई। इस तरह के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और राजनीतिक लाभ के लिए लगाए गए हैं।’’

इस बीच बिंदु के घर पर दुख का माहौल देखा गया। बड़ी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं। अंतिम संस्कार दोपहर तक किए जाने की उम्मीद है।

कोट्टायम सरकारी मेडिकल कॉलेज के वार्ड 10, 11 और 14 के समीप स्थित शौचालय परिसर उस समय ढह गया था जब नवनिर्मित सर्जिकल ब्लॉक में अस्पताल का परिचालन पूर्णतः स्थानांतरित करने की प्रक्रिया जारी थी।

कांग्रेस नीत विपक्षी गठबंधन ‘यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (यूडीएफ) ने बचाव अभियान शुरू करने में देरी का बृहस्पतिवार को आरोप लगाते हुए दावा किया कि लापता महिला के रिश्तेदारों द्वारा चिंता जताए जाने के बाद ही खोज अभियान गंभीरता से शुरू किया गया।

विपक्ष ने मंत्री जॉर्ज पर इस्तीफा देने का दबाव भी बनाया और घटना की न्यायिक जांच की मांग की।

कोट्टायम जिले के थालयोलापरम्बु की बिंदु को घटना के दो घंटे से ज़्यादा समय बाद मलबे से निकाला गया और उसे मृत घोषित कर दिया गया।

शुक्रवार को महिला के परिवार ने दावा किया कि अब तक किसी भी मंत्री या सरकार के किसी भी व्यक्ति ने उनसे संपर्क नहीं किया है। उनके पति ने दावा किया कि घटना के बाद वह अस्पताल में मौजूद थे लेकिन किसी भी मंत्री ने उनसे संपर्क करने की ज़हमत नहीं उठाई।

वहीं मंत्री वासवन ने कहा कि सरकारी प्रतिनिधियों के माध्यम से महिला के परिवार के साथ चर्चा की गई और शीघ्र पोस्टमार्टम सहित उनकी मांगों पर विचार किया गया।

वासवन ने कहा, ‘‘ उन्हें यह भी बताया गया कि महिला की बेटी के इलाज और परिवार के लिए मुआवजे से संबंधित उनकी अन्य मांगों पर भी सरकार विचार करेगी।’

मेडिकल कॉलेज में बिंदु की बेटी की सर्जरी होनी थी और इसी के लिए वह अस्पताल में थीं।

भाषा शोभना मनीषा

मनीषा

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