भुवनेश्वर, चार जुलाई (भाषा) पुरी में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा की ‘बहुड़ा यात्रा’ से पहले विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) ने शुक्रवार को इस वर्ष की रथ यात्रा के दौरान कथित कुप्रबंधन की न्यायिक जांच की मांग की है।
विपक्षी दल ने आरोप लगाया है कि प्रशासन के कुप्रबंधन की वजह से गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ हुई जिसमें तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि करीब 750 लोगों के घायल होने की जानकारी मिली थी।
‘बहुड़ा यात्रा’ शनिवार को होगी, जो 27 जून को रथ यात्रा के साथ शुरू हुए नौ दिवसीय वार्षिक प्रवास के बाद देवताओं की अपने मूल निवास की ओर वापसी यात्रा का प्रतीक है।
बीजद ने उत्सव के दौरान हुए घटनाक्रम को ‘‘बेहद दुखद’’ करार देते हुए कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा घोषित प्रशासनिक जांच पूरी तरह अपर्याप्त है।
बीजद ने एक ज्ञापन में कहा, ‘‘इसलिए हम विनम्रतापूर्वक उड़ीसा उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश की निगरानी में न्यायिक जांच का आग्रह करते हैं, ताकि पीड़ितों के लिए पूर्ण जवाबदेही और न्याय सुनिश्चित हो सके।’’
बीजद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा के नेतृत्व में सांसदों, विधायकों और अन्य वरिष्ठ नेताओं वाले एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति से मुलाकात की और उन्हें लोगों व पार्टी की चिंताओं से अवगत कराया।
विपक्षी दल ने राज्यपाल से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने और रथ यात्रा के शेष कार्यक्रमों की निगरानी करने का भी आग्रह किया, ताकि आगे किसी भी प्रकार की कुप्रबंधन को रोका जा सके। बीजद ने कहा कि रथ यात्रा राज्य के लोगों के लिए महज एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह ओडिशा की सांस्कृतिक आत्मा है।
भाषा धीरज पवनेश
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