नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) नवीन ऊर्जा और कृत्रिम मेधा (एआई) बुनियादी ढांचे में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के निवेश से कंपनी के बाजार मूल्य में अनुमानित 50 अरब डॉलर की वृद्धि होने की उम्मीद है। वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
अरबपति मुकेश अंबानी द्वारा संचालित तेल से लेकर दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र की यह कंपनी मूल्य सृजन के अपने अगले चरण के लिए कमर कस रही है।
वर्तमान में 240 अरब डॉलर से अधिक मूल्य की रिलायंस की भविष्य की वृद्धि इसके विविध कार्यक्षेत्रों, विशेष रूप से नवीन ऊर्जा और एआई के विस्तार पर निर्भर करती है।
सृजन से जुड़ी (जेन) एआई रिलायंस के लिए अगला मोर्चा है क्योंकि यह जामनगर ऊर्जा परिसर को अपने ऊर्जा उत्पादन का मौद्रिकरण करने के लिए फिर से तैयार कर रहा है, जो जनरल एआई रैंप के लिए वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख बाधा है।
मॉर्गन स्टेनली ने रिपोर्ट में कहा, “हम नई ऊर्जा क्षेत्र से 60 अरब डॉलर तक के मूल्य सृजन की संभावना देखते हैं, क्योंकि रिलायंस रसायनों, डेटा केंद्रों और रिफाइनरियों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनों का उपयोग करती है।”
रिलायंस ने कहा कि उसका नया ऊर्जा कारोबार ‘पहले की तुलना में कहीं अधिक महत्वाकांक्षी, कहीं अधिक परिवर्तनकारी तथा कहीं अधिक वैश्विक दायरे वाला है।’
रिलायंस जामनगर में जनरल एआई बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रही है जिसे दो साल में तैयार करने की योजना है। इसने एक गीगावाट डेटा सेंटर क्षमता को बिजली देने की योजना की भी घोषणा की है जो एनवीडिया के ब्लैकवेल चिप्स का उपयोग करेगी।
भाषा अनुराग पाण्डेय
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