29.5 C
Jaipur
Saturday, July 12, 2025

उप्र : बरेली में फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत दो गिरफ्तार

Newsउप्र : बरेली में फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत दो गिरफ्तार

बरेली, 30 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, अंकपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड और स्टांप पेपर समेत अन्य फर्जी दस्तावेज बनाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस और उसके विशेष अभियान समूह (एसओजी) की टीम ने संयुक्त रूप कार्रवाई की और गिरोह के सरगना व उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया।

अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तर) मुकेश चंद्र मिश्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बताया कि ये गिरफ्तारियां गुप्त सूचना के आधार पर की गईं।

उन्होंने बताया कि सूचना से पता चला है कि दोहरिया पचदौरा गांव के रहने वाले मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू और जिया-उल-मुस्तफा, अजहरी जन सेवा केंद्र नामक एक आधार व जनसेवा केंद्र चला रहे थे।

उन्होंने बताया कि इस जनसेवा केंद्र का इस्तेमाल लोगों को ठगने और वित्तीय लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए किया जा रहा था।

मिश्रा ने बताया कि सूचना के आधार पर शुक्रवार सुबह करीब 7:05 बजे पुलिस की संयुक्त टीमों ने छापेमारी की। दोनों आरोपियों को कंप्यूटर और विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके जाली दस्तावेज तैयार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया।

पुलिस ने भारी मात्रा में जालसाजी में इस्तेमाल किए गए हार्डवेयर बरामद किए, जिसमें लैपटॉप, मुद्रक, स्कैनर, फिंगरप्रिंट मशीन, आधार कार्ड, मुद्रक सामग्री और मोबाइल फोन शामिल हैं।

अपर पुलिस अधीक्षक मिश्रा ने बताया कि इसके अलावा, उनके कब्जे से जाली दस्तावेज भी जब्त किए गए, जिसमें फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, जाति व आय प्रमाण पत्र, उत्तर प्रदेश व बिहार बोर्ड के अंकपत्र, उप्र, दिल्ली व झारखंड के जन्म व निवास प्रमाण पत्र और कई फर्जी स्टांप पेपर शामिल हैं।

छापेमारी के दौरान बरामद साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और आधार अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।

भाषा

शुभम रवि कांत

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles