भुवनेश्वर, पांच जुलाई (भाषा)भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ओडिशा के छठी शताब्दी में निर्मित स्वप्नेश्वर महादेव मंदिर को संरक्षित स्मारक स्थल घोषित किया है।
यह शिव मंदिर खुर्दा जिले के बानपुर प्रखंड के पुंजियामा गांव में स्थित है।
एएसआई द्वारा दो जुलाई को जारी राजपत्र अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्व स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केंद्र सरकार यह घोषणा करती है कि निर्दिष्ट प्राचीन स्मारक…राष्ट्रीय महत्व का है।’’
ओडिशा के कानून मंत्री और हिंदू धर्मार्थ आयोग का कार्यभार देख रहे पृथ्वीराज हरिचंदन ने ओडिशा के प्राचीन मंदिर के संरक्षण में विशेष योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और केंद्रीय मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत और जी किशन रेड्डी के प्रति आभार व्यक्त किया।
हरिचंदन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि उनके पिता विश्वभूषण हरिचंदन ने 1977-78 में, जब वे ओडिशा के तत्कालीन संस्कृति मंत्री थे, मंदिर के रखरखाव और संरक्षण की जिम्मेदारी राज्य हिंदू धर्मार्थ आयोग को दे दी थी।
हरिचंदन ने कहा कि बाद में मंदिर उपेक्षा की स्थिति में चला गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के केंद्र में कार्यभार संभालने के बाद एएसआई ने मंदिर की जिम्मेदारी संभालने की प्रक्रिया शुरू की।
स्वप्नेश्वर मंदिर, ओडिशा की प्राचीन वास्तुकला और आध्यात्मिक विरासत का एक दुर्लभ अवशेष है, ऐसा माना जाता है कि इसकी स्थापना छठी शताब्दी में शैलोद्भव राजवंश के दौरान हुई थी।
भाषा धीरज पवनेश
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