नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) पुडुचेरी तपेदिक (टीबी) की जांच करने में अग्रणी बनकर उभरा है, जहां संभावित तपेदिक रोगियों की जांच 2015 में प्रति लाख जनसंख्या पर 2,233 से बढ़कर 2024 में प्रति लाख 2,526 हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुडुचेरी के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन निदेशक डॉ. एस गोविंदराजन ने कहा कि पुडुचेरी में 2025 की पहली तिमाही में अपनी आनुमानिक तपेदिक जांच दर को बढ़ाकर प्रति लाख जनसंख्या पर 5,268 कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह 2015 की तुलना में 136 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
इस वर्ष विश्व टीबी दिवस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने सात दिसंबर 2024 को 455 जिलों में शुरू किए गए 100-दिवसीय गहन तपेदिक मुक्त भारत अभियान के तहत अनुमानित तपेदिक जांच में पुडुचेरी के प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र के साथ राज्य के प्रयासों की सराहना की थी।
गोविंदराजन ने कहा कि जांच दरों में 136 प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद, पुडुचेरी में पिछले पांच वर्षों में तपेदिक के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है।
भाषा
शुभम रंजन
रंजन