रामगढ़, पांच जुलाई (भाषा) झारखंड के रामगढ़ जिले में अवैध खनन के दौरान बंद पड़ी कोयला खदान का एक हिस्सा ढह जाने से चार लोगों की मौत हो गई और कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना जिले के कुजू चौकी के कर्मा इलाके में तड़के घटी।
रामगढ़ के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) परमेश्वर प्रसाद ने कहा, ‘‘दुर्घटना स्थल से चार शव बरामद कर लिये गए हैं…।’’
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि हालांकि, पुलिस टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही ग्रामीण तीन शव वहां से ले गये।
प्रशासनिक टीम सुबह से ही राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजय कुमार ने बताया कि यह घटना सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की एक बंद पड़ी कोयला खदान में हुई।
पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘कंपनी के पास ऐसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए अपने सुरक्षाकर्मी हैं। हमें जानकारी मिलने के बाद हमने सीसीएल को अपना सहयोग दिया।’’
अधिकारियों ने बताया कि घटना के विरोध में ग्रामीणों का एक वर्ग सीसीएल कर्मा परियोजना कार्यालय के निकट प्रदर्शन कर रहा है।
कुजू पुलिस चौकी प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “खदान में कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है।”
उन्होंने बताया कि कुछ ग्रामीण कोयले का ‘‘अवैध’’ खनन कर रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई के प्रमुख और विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
मरांडी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं इस खबर से बहुत दुखी हूं। हमारे कई मजदूर भाइयों के अवैध कोयला खदानों में दबे होने की आशंका है। मैं ईश्वर से उनकी सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं तथा शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
मरांडी ने यह भी दावा किया कि यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या थी।
मरांडी ने आरोप लगाया, ‘‘यह सब भ्रष्ट और अक्षम सरकार की लापरवाही के कारण है, जो दिनदहाड़े चल रहे अवैध कारोबार पर आंखें मूंदे बैठी है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि सीसीएल ने खदान बंद कर दी थी, लेकिन कोयला माफिया ने इसे फिर से खोल दिया।
भाषा रवि कांत सुरेश
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