(मनोज राममोहन)
एम्सटर्डम, छह जुलाई (भाषा) अंतरराष्ट्रीय विस्तार पर जोर देते हुए एयरलाइन इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पीटर एल्बर्स ने कहा कि एम्सटर्डम यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बाकी हिस्सों को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान होगा।
इंडिगो भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन है, जिसकी घरेलू बाजार में 64 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वह नए मार्गों और साझेदारियों के साथ तेजी से अपनी विदेशी पहुंच को बढ़ा रही है।
इंडिगो ने यूरोप में प्रवेश करते हुए इस सप्ताह मुंबई से मैनचेस्टर और एम्सटर्डम के लिए सीधी सेवाएं शुरू कीं। एल्बर्स ने इन पेशकश को एक महत्वपूर्ण अवसर बताया।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ”मुझे लगता है कि अब यूरोप में प्रवेश करने का वक्त है। यह बदलाव सिर्फ दो नए गंतव्यों से कहीं अधिक गहरा है। यह उत्पाद का बदलाव है। यह कुछ साझेदारियों में बदलाव है। यह प्रोफाइल का बदलाव है।”
उन्होंने कहा, ”400 से ज्यादा विमानों के बेड़े के साथ, इंडिगो 90 से ज्यादा घरेलू और 40 विदेशी गंतव्यों के लिए उड़ान भरती है।”
एल्बर्स ने कहा कि एम्स्टर्डम हवाई अड्डा संपर्क के लिए बहुत बढ़िया है और यह निश्चित रूप से यहां से यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बाकी हिस्सों से जुड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु बन जाएगा।
एयरलाइन की योजना मार्च 2026 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में अपने नेटवर्क में 10 नए अंतरराष्ट्रीय गंतव्य जोड़ने की है। इनमें लंदन, कोपेनहेगन और एथेंस शामिल हैं।
एल्बर्स ने लंबी दूरी की सेवाओं में जाने के लिए आंतरिक बदलावों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इंडिगो के पास शुरू से ही एक स्पष्ट उत्पाद था। उन्होंने आगे कहा, ”हमने अब जो किया है, वह यह कि हमने अपने द्वारा संचालित मार्गों के आधार पर उत्पादों के समूह बनाए हैं। इसलिए मैनचेस्टर पर हमारे पास जो उत्पाद है, हम उसका उपयोग लंदन या कोपेनहेगन के लिए भी कर सकते हैं।”
इंडिगो लंबी दूरी की उड़ानों के लिए, नॉर्वे के नॉर्स अटलांटिक एयरवेज से छह चौड़े आकार के बोइंग 787-9 विमान किराए पर ले रही है।
भाषा पाण्डेय
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