जयपुर, छह जुलाई (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मानहानि वाद के बीच रविवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर पलटवार करते हुए उन पर संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी मामले में जवाबदेही से बचने का आरोप लगाया, जिसमें हजारों निवेशकों से कथित तौर पर धोखाधड़ी की गई थी।
राजस्थान के जोधपुर से भाजपा के लोकसभा सदस्य शेखावत ने शनिवार को कहा था कि वह इस मामले में अपनी दिवंगत मां का नाम घसीटकर उनका ‘अनादर’ करने के लिए गहलोत को कभी माफ नहीं करेंगे।
निवेशकों से 900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में 2019 से जांच जारी है। मामले में संलिप्त होने के गहलोत के आरोपों के बाद भाजपा सांसद ने दिल्ली की एक अदालत में शिकायत दर्ज कराकर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री पर उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया।
यहां राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए मुख्यालय की आधारशिला रखने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि उन्होंने शेखावत से माफी नहीं मांगी है।
गहलोत ने कहा, “उन्होंने कहा कि मैं उनकी मां का सम्मान नहीं करता। मैं अब भी उनका सम्मान करता हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले। वास्तव में, वह स्वर्ग में उनके किए की शिकायत कर रही होंगी।’
गहलोत ने कहा, “सवाल यह नहीं है कि वह मुझे माफ करेंगे या नहीं… इसके लिए कौन कह रहा है? हमारे (कांग्रेस) कार्यकाल के दौरान एसओजी ने उच्च न्यायालय में जो दस्तावेज पेश किए थे, उनमें उनके (शेखावत) परिवार के सदस्यों के नाम थे। मैंने इसे सिर्फ सार्वजनिक किया है।”
गहलोत ने आरोप लगाया कि शेखावत ने सार्वजनिक सभाओं में सहकारिता का खुलेआम प्रचार किया है।
उन्होंने कहा, ‘आप भी इसका हिस्सा थे। आपकी बैठकों और कंपनी निदेशक की जो आपने तारीफ की थी, उसका रिकॉर्ड मौजूद है। भले ही आप कहें कि आपको इसके बारे में पता नहीं था, अपनी गलती सार्वजनिक रूप से स्वीकार करें।’
भाषा जोहेब नरेश
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