पानीपत (हरियाणा), सात जुलाई (भाषा) हरियाणा के पानीपत में एक खड़ी ट्रेन की खाली बोगी में 35 वर्षीय महिला से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया और उसके बाद उसे रेल की पटरियों पर फेंक दिया गया, जहां एक ट्रेन गुजरने से उसका पैर कट गया।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि उन्हें 26 जून को महिला की गुमशुदगी की शिकायत मिली थी। उसके पति ने उन्हें बताया कि वह झगड़ा होने के बाद 24 जून से लापता है। उसने बताया कि पहले भी वह घर छोड़कर गयी थी लेकिन वह खुद ही घर लौट आती थी।
इस बीच, महिला ने पुलिस को बताया कि वह एक नजदीकी रेलवे स्टेशन पर बैठी थी तभी एक व्यक्ति उसके पास आया और उसने दावा किया कि उसे उसके पति ने भेजा है।
किला पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी श्रीनिवास ने बताया, ‘‘महिला ने बताया कि वह व्यक्ति उसे अपने साथ एक खड़ी ट्रेन की खाली बोगी में ले गया जहां उसने उससे दुष्कर्म किया। बाद में दो और व्यक्ति भी आ गए और उन्होंने भी दुष्कर्म किया।’’
इस घटना से सदमे में दिखी महिला ने यह भी बताया कि बाद में उसे सोनीपत ले जाया गया, जहां आरोपियों ने उसे ट्रेन की पटरियों पर फेंक दिया और एक ट्रेन के गुजरने के कारण उसने अपना एक पैर गंवा दिया। बाद में उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसका इलाज किया जा रहा है।
श्रीनिवास ने फोन पर बताया, ‘हमने सामूहिक दुष्कर्म के लिए जीरो एफआईआर दर्ज की और इसे आगे की कार्रवाई के लिए पानीपत राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के पास भेज दिया है।’’
यहां राजकीय रेलवे पुलिस के थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश ने कहा कि उन्हें रविवार शाम को जीरो एफआईआर मिली और मामले की जांच की जा रही है।
जीरो एफआईआर का यह मतलब होता है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी भी पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है, चाहे अपराध कहीं भी हुआ हो।
भाषा गोला नरेश
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