जयपुर, सात जुलाई (भाषा) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को कहा कि राजस्थान में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध खनिज संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा बल्कि स्थानीय रोजगार और क्षेत्रीय विकास को भी गति मिलेगी।
शर्मा तथा केन्द्रीय कोयला व खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने यहां मुख्यमंत्री निवास पर खान विभाग की समीक्षा बैठक की।
इसमें मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार राज्य में खनन से राजस्व अर्जन के साथ खनन और पर्यावरण के मध्य संतुलन पर भी विशेष जोर दे रही है। केन्द्र एवं राज्य सरकार के बेहतरीन सामंजस्य से प्रदेश में खनन के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हो रहा है।”
आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में असीम खनिज संपदा की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए नए खनिज ब्लॉक की पहचान की जाए। साथ ही, नीलामी प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केन्द्र सरकार से समन्वय करते हुए इस क्षेत्र में पर्यावरण मंजूरी में भी गति लायी जाए जिससे समयबद्ध खनन सुनिश्चित हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 82 प्रकार के धात्विक (धातु से संबंधित) एवं अधात्विक खनिज हैं जिनमें से 57 प्रकार के खनिजों का दोहन किया जा रहा है।
केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री रेड्डी ने कहा कि राजस्थान खनिज संपदा की दृष्टि से समृद्ध राज्य है जहां बहुमूल्य एवं दुर्लभ खनिज की व्यापक संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में ‘ग्रीन एनर्जी’ सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए दुर्लभ खनिजों के सुनियोजित एवं तीव्र खनन पर विशेष बल दे रहे हैं और इस दिशा में राजस्थान की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
भाषा पृथ्वी नोमान
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