कोलकाता, सात जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल के कालीगंज उपचुनाव परिणामों के जश्न के दौरान हिंसा में बम विस्फोट से मारी गई तमन्ना खातून की मां ने सोमवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पुलिस को उनकी बेटी की मौत की उचित जांच नहीं करने दे रही हैं।
मृतक की मां सबीना ने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला तो वह आमरण अनशन पर बैठ जाएंगी।
सबीना ने आरोप लगाया कि आरोपी इलाके में खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया।
सबीना ने आरोप लगाया, ‘‘मैं अपनी बेटी के हत्यारों को सजा दिलाना चाहती हूं। मैं उन्हें खुलेआम घूमते हुए देख रहीं हूं। यह ममता बनर्जी ही हैं जो पुलिस को काम (मामले की जांच) नहीं करने दे रही हैं। ममता मुझे अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए आमरण अनशन करने पर मजबूर कर रही हैं।’’
सबीना सोमवार को कालीगंज स्थित अपने आवास पर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की टीम से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं।
एनसीडब्ल्यू की सदस्य डॉ. अर्चना मजूमदार के नेतृत्व में आयोग की टीम ने तमन्ना के आवास का दौरा किया और सबीना से बात की।
उन्होंने दावा किया, ‘‘प्राथमिकी में 24 लोगों के नाम दर्ज हैं और केवल 10 को गिरफ्तार किया गया है। अन्य 14 लोग खुलेआम घूम रहे हैं।’’
नदिया जिले के बारोचंदगर इलाके के मालंदी गांव में 23 जून को 13 वर्षीय तमन्ना की उस वक्त मौत हो गई थी जब कालीगंज विधानसभा उपचुनाव के नतीजों की आधिकारिक घोषणा से पहले तृणमूल कांग्रेस की जीत का जश्न मनाने के लिए निकाली गई रैली में कथित तौर पर बम फेंके गए थे।
पुलिस ने बताया कि लड़की की मौत संभवतः बम के कारण हुई होगी, जो इलाके में दो समूहों के बीच प्रतिद्वंद्विता को लेकर हुई झड़प के दौरान फेंका गया था।
एनसीडब्ल्यू सदस्य ने कहा, ‘‘वह मुआवजे का क्या करेंगी? जांच निष्पक्ष और शीघ्र होनी चाहिए।’’
भाषा यासिर माधव
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