धार (मप्र), सात जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश के धार जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक डॉक्टर को ‘पद्मश्री’ से सम्मानित सुब्रतो दास की पत्नी को रेबीज रोधी टीका लगाने से कथित तौर पर मना करने पर निलंबित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
यह घटना शनिवार को धार जिला मुख्यालय से लगभग 38 किलोमीटर दूर पर्यटन शहर मांडू में हुई, जहां वडोदरा के डॉ. दास और उनकी पत्नी सुष्मिता दास (60) घूमने आए थे, तभी एक आवारा कुत्ते ने उनकी पत्नी के पैर पर काट लिया।
डॉ दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जब दंपति रेबीज रोधी इंजेक्शन के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, तो वहां मौजूद डॉक्टरों ने कथित तौर पर टीके की अनुपलब्धता का हवाला देते हुए इंजेक्शन लगाने से मना कर दिया और उन्हें दूर के स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया। सुष्मिता को आखिरकार मांडू स्वास्थ्य केंद्र में टीका लगाया गया।
डॉ. दास ने सोमवार दोपहर को फोन पर बताया कि वह ठीक हैं।
उन्होंने कहा, ‘मुझे जो बात पसंद नहीं आई, वह यह है कि उन्होंने (डॉक्टर ने) मेरी पत्नी की जांच तक नहीं की।”
घटना को गंभीरता से लेते हुए धार के जिला कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने इंदौर की एक टीम से मामले की जांच के आदेश दिए। प्रारंभिक निष्कर्षों के आधार पर, डॉ. चांदनी डबरोलिया को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया और स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया।
मिश्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘कोई भी सरकारी संस्थान, चाहे वह अस्पताल, कॉलेज, स्कूल, सेवा केंद्र या कार्यालय हो, उसे सेवा चाहने वाले प्रत्येक नागरिक के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करना चाहिए और निर्धारित समय के भीतर आवश्यक सेवा प्रदान करनी चाहिए।’
उन्होंने कहा कि डॉक्टर का व्यवहार अनुचित था और उनकी हरकतें अस्वीकार्य थीं, जिसके कारण प्रारंभिक जांच के आधार पर उन्हें निलंबित किया जाना उचित है।
भाषा सं दिमो नोमान
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