नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) के कुछ अधिकारियों से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की भी जवाबदेही बनती है।
पार्टी नेता ओनिका महरोत्रा ने दावा किया कि निजी संस्थानों को एनएमसी की मान्यता देने के बदले में करोड़ों रुपये की घूस ली गई।
कांग्रेस के आरोप पर स्वास्थ्य मंत्री या एनएमसी की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
सीबीआई ने पिछले दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के अधिकारियों, बिचौलियों और निजी मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों के एक नेटवर्क का भंडाफोड़ किया, जो भ्रष्टाचार और मेडिकल कॉलेजों को नियंत्रित करने वाले नियामक ढांचे में हेरफेर सहित कई ‘‘घोर’’ कृत्यों में कथित तौर पर शामिल थे।
एजेंसी ने प्राथमिकी में 34 लोगों के नाम दर्ज किए हैं, जिनमें स्वास्थ्य मंत्रालय के आठ अधिकारी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण का एक अधिकारी और राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) के निरीक्षण दल से जुड़े पांच डॉक्टर शामिल हैं।
ओनिका महरोत्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘निजी संस्थानों को मान्यता दिलाने के बदले में करोड़ों रुपये की घूस ली गई…यह कैसे हो सकता है कि स्वास्थ्य मंत्रालय को इस हेरफेर के बरे में पता नहीं चला।’’
उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है और यह स्पष्ट होना चाहिए कि आरोपियों के तार किससे जुड़े हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री की जवाबदेही बनती है, क्योंकि यह पूरा मामला उनके मंत्रालय से संबंधित है।
भाषा हक हक दिलीप
दिलीप